कोलकाता, कई विवादों से जुड़े रहे कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार को पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य का पुलिस महानिदेशक व पुलिस महानिरीक्षक नियुक्त कर दिया है,
राजीव से पहले मनोज मालवीय इस पद को संभाल रहे थे, जिनकी सेवानिवृत्त होने के बाद राज्य सरकार ने राजीव को उनकी जगह पर न्युक्ति की है, इससे पहले राजीव कुमार राज्य के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव के पद पर तैनात थे, बताया जा रहा है की मनोज मालवीय को राज्य पुलिस का सलाहकार नियुक्त किया गया है।
कोलकाता पुलिस कमिश्नर रहने के दौरान राजीव का नाम कई विवादों में जुड़ा था। 2013 में, राज्य ने सारदा ऑर्थ इन्वेस्टमेंट कंपनी मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। तत्कालीन बिधाननगर पुलिस आयुक्त राजीव कुमार एसआईटी के दिन-प्रतिदिन के कामकाज के प्रभारी थे। 2013 में उन्होंने सारदा कांड में तृणमूल के तत्कालीन सांसद और वर्तमान पार्टी प्रवक्ता व प्रदेश महासचिव कुणाल घोष को गिरफ्तार किया था. लेकिन 2019 में राजीव के खिलाफ सीबीआई ने सारदा मामले में आरोप लगाकर जांच शुरू कर दी. उन पर सारदा मामले को गलत साबित करने का आरोप लगाया गया था।.
स वक्त राजीव को कलकत्ता हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत भी लेनी पड़ी थी. उसी साल फरवरी में सीबीआई राजीव से पूछताछ करने उनके घर गई थी. इसके विरोध में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वाई चैनल पर धरना दिया. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई से मांग की गई कि सारदा समेत सभी निवेश कंपनियों का पैसा और लाभ किसे मिला, इसकी जांच होनी चाहिए. इस संबंध में राजीव कुमार ने कोई सहयोग नहीं किया
NEWS ANP के लिए आसनसोल से अमरदेव की रिपोर्ट..