SINDRI(सिंदरी):गौशाला अटल चौक स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर के प्रांगण में आयोजित सात दिवसीय श्री श्री मारुति नंदन महायज्ञ के तिसरे दिन बुधवार को प्रभु श्री राम कथा की शुरुआत की गई।
श्री धाम वृंदावन से आए श्री रामकथा वाचक अरविंद गर्गाचार्य ने कथा के तिसरे दिन कहा कि सती के पिता दक्ष को जब देवताओं मैं प्रजापति का पद मिला तो उसे अहंकार हो गया।और वास्तव में पद, प्रतिष्ठा,धन जिसे मिल जाए वह अहंकारी हो जाता है,परंतु वही अहं उसके पतन का कारण बनता है।हम सिकंदर के बराबर धनवाद बलवान नहीं है,पर जब सिकंदर मरने लगता है तो कहता है।जब मेरी अंतिम यात्रा निकालना तो मेरे दोनों हाथ कब्र से बाहर निकाल देना ताकि लोग देख सके कि मैंने कितनों को लूटकर धन इकट्ठा किया पर आज वह मेरे साथ नहीं गया ।जब संसार की कोई वस्तु सदा साथ नहीं रहती तो घमण्ड किस बात का करते हो।

अंत में माता पार्वती और भगवान शंकर के विवाह से श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये, राष्ट्रीय धर्म प्रचारक, अंतर्राष्ट्रीय बजरंग दल शीष आनंद जी महाराज साहित्य आचार्य भागवत आचार्य ने कहा की राम मन्दिर बनाअच्छी बात है अगर जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं बना तो कुछ सालों के बाद दोबारा मंदिर टूटने का डर इस वजह से राम मंदिर सुरक्षा के लिए जनसंख्या, जरुरी है।
इस दौरान कथा सुनने आए भक्तो ने कथा से सकारात्मक ऊर्जा ग्रहण किया, साथ ही भक्तों ने भजन के दौरान श्री राम सिया के भजनो पर खुब झुमें।
NEWS ANP के लिए झरिया/सिंदरी से भोला बाउरी की रिपोर्ट….