डिज़ाइन विकास कार्यशाला में प्रशिक्षित बांस हस्तशिल्पियों के बीच प्रमाण पत्र का वितरण एवं जागरूकता कार्यक्रम…

धनबाद(DHANBAD) विगत एक माह से वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार, विकास आयुक्त हस्तशिल्प द्वारा संचालित धनबाद ज़िले के बलियापुर प्रखण्ड स्थित बांस क्लस्टर घोंघाबाद ग्राम में डिज़ाइन विकास कार्यशाला में सफल 30 प्रशिक्षित हस्तशिल्पियों के बीच प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अमित कुमार,एलडीएम, धनबाद; विशिष्ट अतिथि आशुतोष कुमार, प्रिंसिपल, डीएवी पब्लिक स्कूल सिंदरी; प्रदीप पांडेय, हेड सीएसआर अदानी फाउंडेशन और भुवन भास्कर, सहायक निदेशक हस्तशिल्प मौजूद रहे।

अतिथियों का स्वागत कार्यशाला में निर्मित बांस शिल्प देकर किया गया।कार्यशाला का उद्देश्य का विस्तृत चर्चा सहायक निदेशक हस्तशिल्प भुवन भास्कर द्वारा किया गया एवं हस्तशिल्पियों को क्लस्टर में जोड़ने हेतु विभिन्न विभागों के समन्वय एवं सहयोग हेतु अपील किया। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में बलियापुर प्रखण्ड को हस्तशिल्प के माध्यम से ग्रामीण आत्मनिर्भरता के लिए जाना जाएगा। विभाग द्वारा चरणबद्ध तरीके से विगत वर्ष में कई योजनाओं को संचालित किया गया, जिससे हस्तशिल्पियों के आमदनी के साथ साथ इनकी जागरूकता में भी वृद्धि हुई है।

मुख्य अतिथि एलडीएम ने विभाग के प्रयासों को सहारा और कहा की बैंक हस्तशिल्पियों को हरसंभव वित्त सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। उन्होंने केंद्र और राज्य द्वारा संचालित विभिन्न वित्त योजनाओं की जानकारी साझा की। प्रदीप पांडेय, हेड सीएसआर, अदानी फाउंडेशन ने क्लस्टर के विकास के लिए समेकित प्रयास पर जोर दिया। आशुतोष कुमार, प्राचार्य, डीएवी पब्लिक स्कूल सिंदरी ने कहा कि आज विभाग के सफल प्रशिक्षण का ही असर है कि विद्यालय में भी हस्तशिल्प संबंधित विभिन्न कार्यशाला समय समय पर आयोजित किया गया जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके।

मालूम हो कि घोंघाबाद में वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार, हस्तशिल्प सेवा केंद्र, देवघर द्वारा बांस शिल्प में 30 हस्तशिल्पियों को एक माह का डिज़ाइन एवं प्रौद्योगिकी विकास कार्यशाला योजनान्तर्गत प्रशिक्षण डिजाइनर एवं मास्टर ट्रेनर के देख रेख में दिया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य बाजार मांग अनुरूप नई डिज़ाइन उपलब्ध करवाना है।

पूर्व में घोंघाबाद में विभाग द्वारा कारीगरों को समर्थ योजना अंर्तगत बांस शिल्प में प्रशिक्षण और उन्नत टुलकिट्स भी प्रदान किया गया है। कोशिश है कि राष्ट्रिय मानचित्र पर धनबाद के बांस शिल्प की अपनी एक अलग पहचान हो।

NEWS ANP के लिए सिंदरी से भोला बाउरी की रिपोर्ट…

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