शेख़ शाहजहाँ समेत अन्य की गिरफ़्तारी की माँग पर संदेशखाली में फिर बवाल…

संदेशखाली : पश्चिम बंगाल में राशन भ्रष्टाचार के मामले की जांच करने गये ईडी व केंद्रीय जवानों पर गत पांच जनवरी को हुए हमले की घटना के 33 दिनों के बाद उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में फिर से हंगामा हुआ.

जहां पर संदेशखाली की महिलाएं गुरुवार की सुबह लाठी-डंडे और बांस के साथ सड़क पर उतर आईं. इस बार उनकी सीधी मांग है कि तृणमूल के स्थानीय नेता शेख शाहजहां, ब्लॉकअध्यक्ष शिवप्रसाद हाजरा और उनके साथी उत्तम सरदार को गिरफ्तार किया जाये. संदेशखाली के लोग गुस्से से उबल रहे हैं. विशेषकर महिलाएं शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग करते हुए गुरुवार सुबह फिर से सड़कों पर उतर आईं. शाहजहां ने पार्टी के नाम पर गांव वालों पर इतने लम्बे समय तक जो अत्याचार किया है . ऐसे में महिलाओं की मांग है कि उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिये.

तृणमूल व गांववालों के बीच मारपीट में 13 जख्मी केंद्र द्वारा बंगाल को बकाया फंड से वंचित करने का आरोप लगाकर तृणमूल ने संदेशखाली के त्रिमोहानी बाजार में जनजाति समुदाय के एक वर्ग के साथ एक रैली निकाली. बताया जाता है कि रैली में शेख शाहजहां के जयकारे लगाने के बाद ही हंगामा शुरू हुआ. गांव के कुछ पुरुष और महिलाओं ने रैली रोकने के लिए हाथों में लाठियां उठायीं. दोनों तरफ से मारपीट शुरू हो गयी. जिसमें दोनों तरफ के 13 लोग जख्मी हो गये. गांववालों ने लाठी-डंडे लेकर खदेड़ा, जिस कारण भागते समय तृणमूल के दो कार्यकर्ता नदी में गिर गये थे. हालांकि वे बच गये. मारपीट में तृणमूल के 10 लोग जख्मी हुए हैं.

अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती

उधर, घटना की सूचना पाकर मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया. संदेशखाली, धामाखाली, तुशखाली घाटों से फेरीसेवा फिलहाल बंद कर दी गयी है. बुधवार की रात में लोगों ने संदेशखाली थाने के सामने भी विरोध प्रदर्शन किया. घटना को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है.

गांववालों का आरोप है कि तृणमूल बाहरी लोगों को लेकर रैली कर इलाके में अशांति फैलाने की कोशिश कर रही है. आरोप है कि तृणमूल कार्यकर्ता शिबू हाजरा के समर्थकों ने कथित तौर पर रैली के दौरान गांववालों पर हमला किया. बोतल फेंके, जिसमें तीन लोग घायल हो गये. इसके बाद ही विवाद बढ़ा. दासपाड़ा समेत कई जगहों से महिला-पुरुष लाठी लेकर दौड़े पहुंचे. जमकर मारपीट हुई. गांववालों के विरोध पर तृणमूल के लोग भागने को मजबूर हुए. गांववालों का आरोप है कि शेख शाहजहां के लोगों ने इलाके में मछली पालन तालाबों पर कब्जा कर रखा

NEWS ANP के लिए आसनसोल से अमरदेव की रिपोर्ट..

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