कोलकाता, पश्चिम बंगाल उत्तर 24 परगना दक्षिण बंगाल सीमान्त के अंतर्गत सीमा चौकी सूतिया, 107 वी वाहिनी, सीमा सुरक्षा बल के सजग जवानो ने अपने जिमेवारी के इलाके में पशु तस्करी को नाकाम कर दिया, पशु तस्कर जबरदस्ती भारत से बंगालदेश मे पशुओं की खेप लेकर घुसपैठ कर रहे थे, जब बीएसएफ जवानों ने तस्करों को रोकने का प्रयास किया तो तसकरों ने जवानो पर तेज और धारदार हथियार से हमला कर दिया,
वहीं हमले की जवाबी कार्यवाही तथा आत्मरक्षा में बीएसएफ द्वारा किये गए फायर में एक बांग्लादेशी पशु तस्कर ढेर हो गया। बीएसएफ के अधिकारीयों से मिली जानकारी के अनुसार, 22 जनवरी को सीमा चौकी सूतिया के जवान रात्री शिफ्ट मे पेट्रोल ड्यूटी कर रहे थे। ड्यूटी पर तैनात जवानो ने कुछ अज्ञात संदिग्ध व्यक्तियों को 4 से 5 मवेशियों के साथ भारत से बांग्लादेश की ओर आते देखा। जवान ने तस्करों को चुनौती दी लेकिन तस्करों ने बीएसएफ जवान को अकेला देख चारों तरफ से घेर लिया तथा तेज धार वाले दाह व तलवारों से हमला बोल दिया। खतरे को भांपते हुए
व अन्य कोई विकल्प न पाकर जवान ने आत्मरक्षा के लिए तस्करों के ऊपर अपने हथियार से फायर किया।आत्मरक्षा में की गई गोलीबारी के कारण बांग्लादेशी तस्कर घबरा गए तथा कोहरे के मौसम का फायदा उठाकर तस्कर मवेशियों को लेकर बांग्लादेश की ओर भाग गए और एक घायल तस्कर को भारतीय सीमा में ही छोड दिया। फायर की आवाज सुनकर ड्यूटी पर तैनात अन्य जवान भी घटनास्थल पर पहुंच गए और घायल तस्कर को तुरंत प्राथमिक उपचार दिया तथा सरकारी अस्पताल बनगांव में भर्ती करवाया जंहा इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी।
घटनास्थल की गहनता से तलाशी के दौरान एक मवेशी और कुछ तेज धारदार हथियार मिले। घटना के तुरंत बाद बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के अधिकारीयों ने बीएसएफ को फ्लैग मीटिंग से सूचित किया की उनका एक जवान लापता है और उनको अंदेशा है की वह भारतीय सीमा की तरफ आया है, और मीटिंग के दौरान उसकी पहचान के लिए एक फोटो भी उपलब्ध करवाई। फोटो से पहचान के बाद पता चला की मृतक बांग्लादेशी पशु तस्कर की पहचान मोहमद रियासुदीन जोकि बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश में सिपाही के पद पर कार्यरत है, और तस्करों के साथ मिलकर पशु तस्करी में लिप्त था।
यह अभी तक पता नहीं चल पाया कि मर्तक बांग्लादेशी जवान भारतीय सीमा में लुंगी और टीशर्ट में मवेशी तस्करों के साथ किस लिए आया था और उन्होंने बीएसएफ जवान पर हमला भी किया था।
सीमा सुरक्षा बल के जवानो पर ये जानलेवा हमला करने की यह कोई पहली घटना नहीं है सीमा सुरक्षा बल के बांग्लादेशी तस्कर/उपद्रवियों के द्वारा पशु तस्करी के संबंध में बांग्लादेश के बॉर्डर गार्ड को बार-बार विरोध पत्र देने के बावजूद, बांग्लादेशी तस्कर/बदमाश जानबूझकर अवैध रूप से पशु तस्करी कर रहे हैं और वे सीमा की रक्षा कर रहे बीएसएफ जवानों पर हमला करते रहते हैं। पर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के किसी कार्मिक का इस प्रकार के हमले तथा तस्करी में शामिल पाया जाना एक जाँच व गंभीरता का विषय है ।
बांग्लादेशी तस्कर/बदमाश अक्सर करते हैं जवानों पर जानलेवा हमला- बीएसएफ प्रवक्ता
दक्षिण बंगाल सीमांत के प्रवक्ता श्री ए के आर्य, डीआईजी ने बताया की भारत–बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ जवान अपनी जान की परवाह किए बैगर सीमा पर मुस्तैद रहते हैं। आगे उन्होंने कहा की जब तस्करों को उनके गलत मंसूबों में सफ़लता नहीं मिल पाती तो वे झुंझलाकर जवानों पर जानलेवा हमला करते हैं जिसकी वजह से कई बार हमारे जवान गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। जवान अपनी और सरकारी संपत्ति की सुरक्षा के साथ–साथ तस्करी को रोकने के लिए कड़े कदम उठाते हैं जिसके परिणामस्वरूप कई बार तस्करों को इसके गंभीर परिणाम भी भुगतने पड़ते हैं।
आगे अधिकारी ने बताया कि गोली लगने से घायल व्यक्ति को बीएसएफ जवानों ने मानवता के चलते प्राथमिक उपचार देकर अस्पताल पहुंचाया जहां पर उसने दम तोड दिया। बीएसएफ जवानों को ये बिलकुल भी अंदेशा नहीं था की बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के कार्मिक भी तस्करो के साथ हो सकते है।
NEWS ANP के लिए आसनसोल से अमरदेव की रिपोर्ट...
