जामताड़ा, मध्य प्रदेश: वृष्टि के साथ हरित चेहरों की उम्मीद की किरणें जामताड़ा जिले में उमड़ गई हैं। धरातल पर पहली बूंद से ही जमीन ने अपना रंग बदलना शुरू कर दिया है, जो बच्चों की हर ख्वाहिश को पूरा करने के लिए तैयार है।
इस समय, जामताड़ा जिला गहरी गर्मी की चपेट में है, जहाँ तापमान 41 डिग्री तक पहुंच गया है, और आउटडोर तापमान 43 डिग्री के पार है। इस गर्मी के मौसम में, स्कूल और कॉलेजों में शैक्षणिक कार्य सामान्य रूप से संचालित हो रहे हैं, लेकिन छोटे बच्चों को इस तेज गर्मी से निपटने में कठिनाई हो रही है। साथ ही, स्कूल के छात्र अपनी साइकिल और बाइक से स्कूल आने जाने में जोरदार गति में आ रहे हैं, जो कई लोगों को डरावनी लग रही है।
इसके अलावा, कुछ छात्र अपने अद्भुत क्रियाओं में लगे हुए हैं, जैसे कि पानी की बोतलों से प्रहार करके एक दूसरे के साथ मज़े करना। लेकिन शुक्रवार की शाम को, एक आगंतुक बौलती हवा के साथ आयी, जो हरित चेहरों की उम्मीद की किरणें लेकर आई। यह हवा न केवल गर्मी को कम करने में मदद कर रही है, बल्कि वह भी हिटवेव की तीव्रता को कुछ हद तक नियंत्रित कर रही है।
हालांकि, कई माता-पिता और समुदाय के सदस्य चिंतित हैं क्योंकि जिला प्रशासन बच्चों के शिक्षा संबंधी मुद्दों को नजरअंदाज़ कर रहा है। इस संदर्भ में, जिला शिक्षा अधिकारी और जिले के आधिकारिकों की कोई आधिकारिक बयानबाज़ी नहीं हो रही है।
अंत में, यह स्पष्ट है कि बच्चों के शिक्षा संबंधी मुद्दों को संज्ञान में लेकर जिला प्रशासन को कदम उठाना चाहिए ताकि बच्चों की शिक्षा को बनाए रखने के लिए सभी संभावित उपाय किए जा सकें।
NEWS ANP के लिए जामताड़ा से R.P.सिंह की रिपोर्ट…
