वोट (Vote) के लिए नेता कभी भी कुछ भी कह सकते हैं और कर सकते हैं। महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे गुट की शिवेसना के एक विधायक ने बच्चों से कुछ ऐसा कह दिया है, जिस पर विवाद हो गया है।
दरअसल विधायक (Legislator) ने बच्चों से कहा कि ‘अगर उनके माता-पिता मुझे वोट नहीं देते हैं तो वे खाना छोड़ दें!’ शिवसेना विधायक की इस हरकत पर विवाद हो गया है और विपक्षी पार्टियों ने शिवसेना विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर दी है।
संतोष बांगर को ही वोट दें, तभी हम खाना खाएंगे।
महाराष्ट्र की कलमनुरी विधानसभा (Kalamanuri Assembly) से विधायक संतोष बांगर हाल ही में हिंगोली जिले के जिला परिषद स्कूल में गए थे। वहां विधायक ने बच्चों से कहा कि ‘अगर तुम्हारे माता-पिता अगले चुनाव में मुझे वोट न दें तो दो दिनों तक खाना मत खाना।
मानहानि के मुकदमे में तेजस्वी की याचिका पर कल होगा फैसला, सुप्रीम कोर्ट में… महाराष्ट्र में पूर्व CM अशोक चव्हाण ने कांग्रेस पार्टी से किया रिजाइन, पहले से… अगर तुम्हारे माता-पिता पूछें कि खाना क्यों नहीं खा रहे हो तो कहना कि संतोष बांगर को ही वोट दें, तभी हम खाना खाएंगे।’ शिवसेना विधायक जब ये सब बच्चों से कह रहे थे, तभी किसी ने इसका वीडियो बना लिया, जो अब Social Media पर वायरल हो रहा है।
संतोष बांगर का यह बयान ऐसे वक्त सामने आया है, जब हाल ही में चुनाव आयोग ने बच्चों को चुनाव संबंधी गतिविधियों में शामिल करने के खिलाफ दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
NCP ने शिवसेना विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की कांग्रेस और शरद पवार की NCP ने शिवसेना विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। NCP -शरद पवार के प्रवक्ता Clyde Cresto ने कहा बांगर ने जो भी बच्चों से कहा, वह चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों के खिलाफ है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
वह बार-बार नियमों का उल्लंघन करते हैं, लेकिन सरकार में होने के चलते उनके खिलाफ कोई कार्रवाई (Action) नहीं होती। चुनाव आयोग को उनके खिलाफ बिना किसी पक्षपात के कार्रवाई करनी चाहिए।
News ANP के लिए ब्यूरो रिपोर्ट..
