झारखंड के पूर्व CM सह ओड़िशा के GOVERNOR रघुवर दास के बेटे ललित पर ODISHA राजभवन के कर्मचारी के साथ मारपीट का आरोप..जान से मरने की दी धमकी…पत्नी के लिखित आवेदन अब तक FIR नहीं.

ओडिशा (ODISHA)ओडिशा के पुरी में राजभवन के असिस्टेंट सेक्शन अफसर की पत्नी ने आरोप लगाया है कि 07 जुलाई की रात odisha के राज्यपाल रघुवर दास के बेटे ललित दास और पांच अन्य लोगों ने, उनके पति बैकुंठ प्रधान के साथ मारपीट की. हालांकि घटना के संबंध में राजभवन या पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है.

मीडिया से बात करते हुए सयोज प्रधान ने आरोप लगाया कि उनके पति की पिटाई इसलिए की गयी, क्योंकि उन्होंने राज्यपाल के बेटे को लेने के लिए लग्जरी गाड़ी नहीं भेजी थी. उन्होंने अपने पति पर . हुए कथित हमले को लेकर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की. मामले में राज्यपाल के पुत्र ललित दास से फोन एवं अन्य माध्यम से पक्ष लेने का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं हो पायी. बताया जाता है कि वे ओडिशा से उत्तर प्रदेश के भ्रमण पर निकल गये हैं. इस बीच इसे लेकर राजनीति गरमा गयी है. शनिवार को राजभवन घेराव की कोशिश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया.

ओडिशा राजभवन के पदाधिकारी बैकुंठ प्रधान ने भी राजभवन के प्रधान सचिव को लिखित शिकायत की है. शिकायत में बैकुंठ प्रधान ने कहा है कि वह ओडिशा राजभवन में असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर के पद पर पदस्थापित हैं. घटना सात जुलाई की है, जब पुरी के राजभवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का आगमन होना था.

सात और आठ जुलाई को राष्ट्रपति का वहां प्रवास था, सात जुलाई की रात लगभग 11.45 बजे जब बैकुंठ प्रधान अपने कार्यालय में थे, तब राज्यपाल के निजी कुक आकाश सिंह उनके पास आया और कहा कि ललित दास (राज्यपाल के पुत्र) उनको बुला रहे हैं. इसके बाद वह ललित दास के सुइट नंबर चार में गये.ललित ने उन्हें देखते ही गाली-गलौज शुरू कर दी और दो-तीन थंप्पड़ लगा दिये. विरोध किया, तो और पिटाई कर दी. इसके बाद वह भाग कर कमरे से बाहर निकले और खुद को बचाने की कोशिश – की, लेकिन वहां मौजूद ललित दास के पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड ने दौड़ा कर पकड़ लाया और उनके साथ अपशब्दों का प्रयोग करते हुए मारपीट की गयी. शिकायत में लिखा गया है कि ललित दास ने जान से मारने की धमकी भी दी है.

बैकुंठ दास ने आरोप लगाया है कि एनएससी में छिपने के बाद भी निजी सुरक्षाकर्मियों के माध्यम से उन्हें खोज कर निकाला गया और पीटा गया. उन्होंने आठ जुलाई को इसकी शिकायत मौखिक रूप से की और
बाद में मेल से इसकी जानकारी दी. जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो उनकी पत्नी ने पुरी के एक थाने में शिकायत भी दर्ज करायी. हालांकि अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है.

ओडिशा के सरकारी कर्मचारी गोलबंद

घटना की जानकारी मिलने के बाद ओडिशा के सरकारी कर्मचारी गोलबंद हो गये हैं. राजभवन के कर्मचारी से मारपीट पर ओडिशा सचिवालय सर्विस एसोसिएशन ने आपत्ति दर्ज करायी है और कार्रवाई की मांग की है. सोशल मीडिया एक्स पर राज्यपाल के पुत्र के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.

कांग्रेसी कार्यकर्ताओ ने राजभवन घेराव के लिए रैली निकाली, पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया..

मामले में ओडिशा की राजनीति गरमा गयी है. शनिवार को घटना के विरोध में छात्र कांग्रेस और युवा कांग्रेस ने राजभवन घेराव के लिए रैली निकाली. इस दौरान उनकी पुलिस से झड़प हुई. बाद में पुलिस ने कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. छात्र कांग्रेस के अध्यक्ष यासिर नवाज ने कहा कि इस तरह की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. इधर बीजद के वरिष्ठ नेता प्रताप केशरी देव ने कहा कि राज्यपाल के पुत्र द्वारा इस तरह कां आचरण निंदनीय है.

राज्यपाल ने दिया उचित कार्रवाई का भरोसा

घटना के बाद असिस्टेंट सेक्शन अफसर बैकुंठ प्रधान की पत्नी सयोज प्रधान ने ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास से मुलाकात की और घटना की जानकारी दी. इस दौरान उनके साथ कर्मचारी एसोसिएशन के कई पदाधिकारी भी राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे. राज्यपाल रघुवर दास ने मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग करेंगे : डॉ अजय

पूर्व सांसद सह कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य डॉ अजय कुमार ने कहा है कि ललित दास ने जमशेदपुर का नाम न सिर्फ ओडिशा, बल्कि पूरे देश में शर्मसार किया है. इस मामले में उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और महासचिव केसी वेणुगोपाल को एक पत्र लिखा है. पार्टी स्तर पर राष्ट्रपति से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की जायेगी

पूर्व मंत्री सरयू राय ने कार्रवाई की मांग..

इधर इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सह पूर्व मंत्री सरयू ने कहा कि यह घटना निंदनीय है…उन्होंने कहा कि महामहिम को अपने बेलगाम बेटे के हरकत पर शर्मिंदा होना चाहिए और इस मामले में ओड़ीसा पुलिस को भी बिना किसी दबाव के दोषी के खिलाफ़ कार्रवाई करनी चाहिए… शासन का इक़बाल यहीं है कि कानून से ऊपर कोई नहीं…

इधर घटना को लेकर पीड़ित कर्मचारी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से भी गुहार लगाई है..और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग है..आपको बता दे कि पीड़ित कर्मचारी वर्तमान में ओड़िशा राजभवन में अनुबंध पर नौकरी कर रहें है इसके पूर्व भारतीय वायु सेना में सेवा दे चुके है…

NEWS ANP के लिए पूरी ब्यूरो के साथ झारखंड से कुंवर अभिषेक सिंह की रिपोर्ट…

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