
पटना (PATNA)बिहार में फिर से एनडीए की सरकार। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी की न्याय यात्रा के दौरान ही नीतीश कुमार का हुआ हृदय परिवर्तन। यह कोई अचानक नहीं हुआ हैं। इसके पीछे पत्रकारिता के क्षेत्र में अपने नाम का लोहा मनवा चुके, अपनी सोंच के साथ कोई समझौता नहीं करनेवाले, वैचारिक रूप से काफी सख्त और देश के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी की तरह अडिग वर्तमान समय में राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश जी का महत्वपूर्ण योगदान माना जा रहा हैं।

हरिवंश जी एक जाने माने पत्रकार के साथ साथ अब राजनीति के चाणक्य के रूप में अलग पहचान बनाने में सफल रहे हैं। एक जनवरी को लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी को नये साल का बधाई नहीं देना राबड़ी देवी को जन्म दिन पर भी बधाई नहीं देना तथा कैबिनेट की बैठक में नीतीश कुमार व तेजस्वी यादव के बीच कोई बातचीत नहीं होना,यह सब प्रमाणित कर रहा था कि जदयू और राजद के रिश्ते खत्म हो गये हैं। यह भाजपा की बड़ी जीत हैं।
इन सभी परिस्थितियों में नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी जी के बीच रिश्ते को बेहतर बनाये रखने में हरिवंश जी की भूमिका को देशवासी महत्वपूर्ण मान रहे हैं। क्योंकि हरिवंश जी और नीतीश कुमार के बीच पटना में हुई लंबी वार्ता ने उसी दिन इसकी नींव रख दी थी।
इस बीच ज्ञात हुआ है कि नीतीश कुमार 28 जनवरी को मुख्यमंत्री और सुशील कुमार मोदी उप मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे। ज्ञात हो कि हरिवंश जी राज्य सभा में दुसरी बार जदयू कोटे से ही पहुंचे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से इनके बेहतर रिश्ते हैं और इनका राजनीतिक प्रभाव बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड तीन राज्यों में हैं। हरिवंश जी उत्तर प्रदेश के सिताबदियारा के रहनेवाले हैं, झारखंड इनकी कर्मभूमि हैं और बिहार राजनीतिक भूमि हैं।
NEWS ANP के लिए पटना से शाहनवाज के साथ कुंवर अभिषेक सिंह की रिपोर्ट..