उत्तराखंड(UTHRAKHAN):उत्तराखंड कैडर की 2015 बैच की आईपीएस अफसर रचिता जुयाल ने वॉलेंट्री रिटायरमेंट (वीआरएस) के लिए आवेदन किया है। वह वर्तमान में एसपी विजिलेंस के पद पर तैनात हैं। शनिवार को उन्होंने कार्मिक विभाग को इसका आवेदन भेजा। मुख्य सचिव आनंदबर्द्धन ने बताया कि रचिता जुयाल की ओर से वीआरएस का आवेदन पत्र मिला है। इसे गृह विभाग को भेजा जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, रचिता जुयाल ने इस्तीफा देने के पीछे पारिवारिक कारण बताए हैं। रचिता राज्यपाल की एडीसी भी रह चुकी हैं। वह देहरादून निवासी अभिनेता राघव जुयाल की भाभी हैं। रचिता के पति यशस्वी भी फिल्म निर्देशन के क्षेत्र से जुड़े हैं और मुंबई में रहते हैं।
पहले प्रयास में पास की थी यूपीएससी परीक्षा
गौरतलब है कि धर्मपुर की रहने वाली रचिता ने जुलाई 2015 में पहले प्रयास में ही यूपीएसी की परीक्षा पास की थी। उनके पिता बीबीडी जुयाल भी पुलिस इंस्पेक्टर रह चुके हैं। दादा, नाना और पापा पुलिस सेवा में तैनात रहते हुए रचिता के मन में भी पुलिस की वर्दी पहनने की ललक जगी थी। इसके बाद उन्होंने अपने मन में यूपीएससी परीक्षा पास करने की ठान ली।
घर पर रहकर की थी तैयारी
रचिता बचपन से ही पढ़ने में काफी होशियार रही हैं। उनकी स्कूलिंग और हायर एजुकेशन देहरादून में ही हुई है। बीबीए और एमबीए करने के बाद रचिता ने घर पर ही पुलिस सेवा में जाने की तैयारी की। एक भाई और दो बहिनों में सबसे बड़ी रचिता ने 29 साल की उम्र में कड़ी लगन और अपनी मेहनत के बल पर पहली बार में ही सफलता हासिल कर ली थी।
उत्तराखंड कैडर की 2015 बैच की आईपीएस अधिकारी जुयाल ने ‘पीटीआई वीडियो’ से बातचीत में कहा, ‘‘मैंने अपनी 10 साल की सेवा पूरी करने के बाद हाल ही में इस्तीफा दिया है। यह इस्तीफा मैंने पूरी तरह से अपने पर्सनल कारणों से दिया है।’’
उन्होंने कहा कि सबकी जिंदगी में लक्ष्य और योजनाएं होती हैं और वह भी अपने लक्ष्यों और योजनाओं के साथ आगे बढ़ना चाहती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘काफी समय से हमारे परिवार में इस पर चर्चा चल रही थी और सही समय आने पर मैंने इस्तीफा दिया है।’’
रचिता जुयाल ने कहा कि पिछले 10 साल में उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया और प्रदेश में उन्हें अच्छे मौके मिले। उन्होंने कहा कि वह उत्तराखंड की रहने वाली हैं और आगे भी वह प्रदेश से जुड़ी रहेंगी और पूरे तरीके से अपना योगदान देंगी।
बता दें कि, फिलहाल विजिलेंस डिपार्टमेंट में पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी संभाल रहीं हैं। रचिता के अचानक इस्तीफा देने के बाद इस बात की अटकलें जोरों पर थीं कि प्रशासनिक दखल के चलते उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा था।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी आरोप लगाया था कि एक भ्रष्ट पुलिस अधिकारी को रंगे हाथों पकड़वाने के बाद उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया।
10 साल नौकरी के बाद मांगी वीआरएस
न्यूज एजेंसी वार्ता के अनुसार रचिता जुयाल ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के संबंधित सेक्शन को वॉलेंट्री रिटायरमेंट (वीआरएस) के लिए आवेदन भेजा है। 29 मई को भेजे गए इस आवेदन में आगामी 10 सितंबर से सेवामुक्त करने का अनुरोध किया गया है।
गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि जुयाल ने वीआरएस के लिए अपने व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया है। वह वर्तमान में राज्य पुलिस के विजिलेंस डिपार्टमेंट में एसप के पद पर नियुक्त हैं। समाचार लिखे जाने तक उनका आवेदन लंबित है।
NEWSANP के लिए उत्तरखंड से ब्यूरो रिपोर्ट

