इसीएल को मिली बड़ी कामयाबी किया 39 मिलियन टन का कोयला प्रोडक्शन, 51 मिलियन टन का है टारगेट..

आसनसोल(ASANSOL): पश्चिम बंगाल आसनसोल सकतोड़िया स्थित इसीएल हेड क्वाटर मे गुरुवार को इसीएल के सीएमडी समीरण दत्ता ने एक संवाददाता सम्मलेन कर कोयल प्रोडक्शन मे इसीएल को मिली एक बड़ी कामयाबी के बारे मे बताया,

उन्होंने कहा की इस बार इसीएल ने 39 मिलियन टन कोयला प्रोडक्शन किया है, जो कोयला प्रोडक्शन मे ज्यादा बढ़ोतरी तो नही है पर कोयले की प्रोडक्शन मे चल रही घाटे को काफी हद तक मेकअप करने की कोसिस जरूर है, उन्होने कहा की इस वर्ष इसीएल 51 मिलियन टन कोयला प्रोडक्शन करने का टारगेट बनाकर चल रही है,

हालांकि यह टारगेट काफी मुश्किल है पर यह तो तय है की 48 मिलियन टन कोयला का प्रोडक्शन कोई नही रोक सकता, बावजूद उसके टीम ने 51 मिलियन का टारगेट रखा है, जिस टारगेट को पूरा करने के लिये इसीएल के अधीन चल रही तमाम कोयलरियां जी तोड़ से लग गई हैं, टारगेट पूरा करने के लिये इसीएल के अधीन चल रही कोयलरियों मे मशीनों की संख्याएं बढ़ाई गई हैं,

उन्होने कहा सोनपुर और राजमहल कोयलरी मे चल रही विभिन्न प्रकार की समस्याओं को लगभग पूरी तरह ठीक कर लिया गया है, जिससे उनके प्रोडक्शन मे काफी दिक्क़ते आती थी, अब वह दिक्कते हल हो चुकी है जिससे उनके कोल प्रोडक्शन मे काफी हदतक बढ़ोतरी हो रही है जो बढ़ोतरी आने वाले समय मे उनके टारगेट को पूरा करने मे अपना अहम् भूमिका निभाएगी,

उन्होने कहा की उनके कोयलरियों से हो रही कोयले की प्रतिदिन की प्रोडक्शन की अगर हम बात करें तो वह प्रतिदिन दो लाख टन का है, बुधवार को दो लाख 6 हजार टन प्रोडक्शन हुआ था, इस प्रोडक्शन मेरे 6 हजार टन हालांकि ओवर बडन रहा, पर प्रोडक्शन मे ओवर बडन भी जरुरी है, उन्होंने कहा ओवर बडन का टारगेट भी उन्होने करीब 6 लाख टन तक का रखा है, जो ओवर बडन आने वाले समय मे उनके कोल माईनसों से कोयले की प्रोडक्शन को और भी ज्यादा बढ़ाने मे गति देगा,

उन्होने कहा वह जब भी किसी नई कोल माइंस को चालू करते हैं तो वह उनके लिए एक बड़ा चैलेंजिंग होता है, जैसे -जैसे माइनिंग का काम आगे बढ़ता है ठीक वैसे -वैसे जमीन एकवायर करना पड़ता है, लोगों को कहीं दूसरी जगह सिफ्ट करना पड़ता है, ब्लास्टिंग करणी पड़ती है, माइंस से मलवे बाहर करने पड़ते हैं तबजाकर उनको कोयला उत्पादन होता है,

उन्होंने कहा इस बिच उन्हें कई तरह की समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है, जो समस्या कोयला प्रोडक्शन मे कई तरह की समस्या भी खड़ी करती हैं जिनको सही तरीके से हल करते हुए आगे बढ़ना पड़ता है तब जाकर कोयले के प्रोडक्शन मे इस तरह के मक़ाम हासिल होते हैं, उन्होंने कहा की कोयले की कमी से इसीएल कभी बंद नही होगी और ना ही वह कभी बंद होने देंगे यह कोयले के क्षेत्र मे एक बड़ा इंडस्ट्री है जिस इंडस्ट्री को हम सब को मिल जुलकर आगे बढ़ाना है

NEWS ANP के लिए प०बंगाल से अमरदेव की रिपोर्ट..

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