धनबाद(DHANBAD): इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन की 92वीं एजीएम (वार्षिक आमसभा) में हार्डकोक उद्यमियों ने कोयला वितरण नीति पर सवाल उठाए। मौके पर अध्यक्ष बीएन सिंह ने कहा कि कोयला वितरण के सौतेले व्यवहार के कारण हार्डकोक उद्योग चुनौतियों का सामना कर रहा है। कोयला मंत्रालय, कोल इंडिया, बीसीसीएल से गुहार लगाई गई, लेकिन हार्डकोक उद्योग को बचाने की पहल नहीं हुई है। हार्डकोक उद्यमी फ्यूल सप्लाई एग्रीमेंट की लड़ाई लड़ेंगे। बीएन सिंह ने कहा कि कोयला वितरण नीति में संशोधन हो तो कोयला चोरी और कोयले का अवैध खनन खत्म या काफी हद तक कम हो जाएगा। वितरण नीति की खामियों के कारण ही धनबाद में कोयला चोरी को बढ़ावा मिल रहा है।
हार्डकोक उद्योग को नया जीवन के लिए कोयला वितरण नीति में बदलाव का मुद्दा उठाते रहेंगे। बताया कि 2008 तक हार्डकोक को कोटा के आधार पर कोयला मिलता रहा। 2008 के बाद फ्यूल सप्लाई एग्रीमेंट शुरू हुआ जो 2018 तक चला। अब लिंकेज ई-ऑक्शन शुरू किया गया जो हार्डकोक हित में नहीं है। नीलामी में भाग लेने वाले कारोबारियों से हार्डकोक उद्यमियों की तुलना ठीक नहीं। हार्डकोक में हजारों मजूदरों को रोजगार मिल रहा है। हार्डकोक उद्योग आत्मनिर्भर भारत की तर्ज पर है। दुर्भाग्य से गलत कोयला वितरण नीति से हार्डकोक को बर्बादी की ओर ढकेला जा रहा है। बीसीसीएल में तो कोकिंग कोल को पावर प्लांटों को दिया जा रहा है, यह कोकिंग कोल का दुरूपयोग है। उपाध्यक्ष रतन लाल अग्रवाल ने भी एजीएम को संबोधित किया। संचालन डॉ प्रमोद पाठक ने किया। उन्होंने हार्डकोक उद्यमियों से अपने मुद्दे को लेकर एकजुटता के साथ संघर्ष करने का आह्वान किया। एसोसिएशन की आमसभा में जिलेभर के हार्डकोक उद्यमियों ने भाग लिया। धनबाद जैसे शहर में हवाई अड्डा नहीं होना चिंताजनक: मौके पर धनबाद में हवाई अड्डा नहीं होने का मुद्दा उठाया गया। कहा गया कि पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर से हवाई यात्रा करनेवालों में 60 प्रतिशत यात्री धनबाद के हैं। ऐसे में धनबाद में ही हवाई अड्डा क्यों नहीं है। हवाई अड्डा नहीं होने से धनबाद का विकास प्रभावित है। धनबाद में हवाई सेवा की सुविधा हो इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार पहल करे।
NEWSANP के लिए धनबाद से ब्यूरो रिपोर्ट
