मुंबई..करण जौहर के पिता यश जौहर बतौर प्रोड्यूसर अपनी फिल्म बनाना चाहते थे… वो चाहते थे के उनकी फिल्म को विजय आनंद डायरेक्ट करें.. लेकिन विजय आनंद री राम बलराम और राजपूत में बहुत बिज़ी थे..
तो यश जौहर ने राज खोसला को डायरेक्टर ले लिया.. यश जौहर चाहते थे के अमिताभ ओर विनोद खन्ना एक्ट्रेस को मैन लीड रोल मिले.. लेकिन स्क्रिप्ट के हिसाब से राज खोसला ने शत्रुघ्न सिन्हा को विनोद खन्ना की जगह पर कास्ट कर लिया.. ये फिल्म थी दोस्ताना..
चुके शूटिंग के दौरान शत्रु के मेक अप मैन ‘प्रसाद’ का निधन हो गया तो उन्होंने संस्कार के बाद अफसोस में कुछ दिनों का ब्रेक ले लिया.. चुके अमिताभ बच्चन की डेट्स और मेहबूब स्टूडियो में लगे शूटिंग सेट की मयाद खतम हो रही थी तो यश जौहर ने शत्रु को शूटिंग शुरू करने के बारे में पूछा तो शत्रु अपने डायलॉग्स याद करके सेट पर आधा घंटा पहले पहुंच गए.. और 10 मिनट में ड्रेस अप हो कर रेडी हो गए..
और डायरेक्टर के टेक कहते ही एक ही शॉट में सीन ओके हो गया और सारे सेट पर तालियां बज उठी.. शत्रु ने जब रीटेक लेने को कहा तो अमिताभ बच्चन ने उन्हें गले लगाते हुए कहा के बस करो अब, ये सीन इससे बेहतर नहीं हो सकता..
इंटरवेल से ठीक पहले इस फ़िल्म में एक ऐसा सीन है जो अपने आप में एक मिसाल है.. ये अमिताभ बच्चन के करियर का एकलौता सीन है..जब ऑनस्क्रीन कोई अभिनेता अमिताभ बच्चन को थप्पड़ मारते हैं
और अमिताभ पलट कर उसका जवाब नहीं दे पाते.. और उसके बाद अमिताभ बच्चन और शत्रु 1980की मूवी ‘शान’ में एक साथ दिखे और मनमोहन देसाई की ‘नसीब’ मूवी इन दोनो स्टार्स की अखरी फिल्म थी…
NEWS ANP के लिए कुंवर अभिषेक सिंह की रिपोर्ट..
