आउटसोर्सिंग के नाम पर कोयला मजदूरों का आर्थिक, मानसिक और शारीरिक शोषण…

धनबाद(DHANBAD) राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन के महामंत्री ए के झा ने प्रेस को जारी व्यक्तव्य में कहा है कि भारत की सरकार ने कोल इंडिया लिमिटेड के माध्यम से बिना श्रमिक संगठनों से बात किए हुए MOD को लागू करके कोयला खान को पूंजीपत्तियों के हवाले सुपुर्द कर रही है।

पहले से आउटसोर्सिंग के नाम पर कोयला मजदूरों का आर्थिक, मानसिक और शारीरिक शोषण हो रहा है। सरकार और प्रबंधन के इस फैसले से भारत कोकिंग कोल लिमिटेड का अस्तित्व मिटाने का राजनीतिक प्रयास चल रहा है, जिससे भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के मजदूर भयभीत हैं ,आतंकित हैं, और मानसिक पीड़ा में है।
भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के लोदना क्षेत्र और पुटकी बलिहारी क्षेत्र के श्रमिकों ने मजबूती से, गांधीवादी तरीके से प्रबंधन के इस निर्णय का विरोध किया है।

29 दिसंबर को लोदना क्षेत्र के मजदूरों ने संयुक्त मोर्चा के तहत कोयला डिस्पैच को शांतिपूर्ण ढंग से बंद करने का काम किया है। 30 दिसंबर को पुटकी बलिहारी क्षेत्र के मजदूरों ने क्षेत्रीय महाप्रबंधक कार्यालय पर जोरदार शांतिपूर्ण सत्याग्रह कार्यक्रम आयोजित किया। लोदना क्षेत्र के श्रमिकों ने 11 जनवरी से कोयला डिस्पैच को अनिश्चितकालीन बंद करने का निर्णय लिया है। श्री झा ने कहा कि सभी श्रमिक संगठनों के महामंत्री ने CMD बीसीसीएल से आग्रह किया है कि इस मामले का निराकरण करने के लिए एक आपातकालीन बैठक शीघ्र बुलाई जाए।

झा ने कहा कि कल दिनांक 3 जनवरी को 12:00 बजे लोदना क्षेत्र के महाप्रबंधक कार्यालय में बीसीसीएल के जीएमपी और सभी विभागीय प्रमुख इस समस्या पर संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे।
आगे उन्होंने कहा है कि 7 जनवरी को 11:00 बजे दिन में जगजीवन नगर स्थित CITU कार्यालय में संयुक्त मोर्चा की एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई है ताकि पूरी स्थिति की समीक्षा करके आगे की रणनीति तय की जाए।

NEWS ANP के लिए कुंवर अभिषेक सिंह की रिपोर्ट..

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