झरिया(JHARIYA): पूज्य श्री सुरेन्द्र हरिदास जी महाराज के पावन सानिध्य में एमओसीपी दुर्गा मंदिर मैदान में चल रहे 5 से 13 जनवरी तक श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिन की शुरुआत विश्व कल्याण व शांति के लिए प्रार्थना के साथ की गई।
जिसके बाद पूज्य महाराज जी ने भक्तों को हरि की अंत समय याद आई भजन का श्रवण कराया।
हरिदास जी महाराज ने बताया कि सुबह स्नान कर के मनुष्य को श्रीकृष्ण के मंदिर में जाना चाहिए और मन में अपनी मनोकामना रखते हुए चंदन लगाकर तुलसी पत्र चढ़ाना चाहिए .ऐसा करने से मनुष्य की सभी मनोकामना पूर्ण होती है.भगवान हर जगह पर उपस्थित होते हैं।
जिस ने भी भागवत कथा को अपने जीवन में उतारा है उन सब का कल्याण हुआ है। दुर्भाग्य तो बस इस बात का है कि आज का मनुष्य कथा को टाइम पास कहता है। सब को अपने मन कर्म और वचन से कथा का आनंद लेना चाहिए। भगवान को पाने का रास्ता केवल सत्संग होता है. इसलिए मनुष्य के जीवन में सत्संग का बहुत बड़ा महत्व होता है.
धर्म कर्म से मानसिक शांति की प्राप्ति होती है. मौके पर प्रमुख यजमान परिवार अमर निषाद, रितु देवी ,विजय निषाद, कमला देवी, प्रदीप कुमार अग्रवाल, श्याम सुंदर डोकानियां, अंकित निषाद, मंटू रवानी ,मिन्टू साव ,घनश्याम ग्रोवर,गंगा देवी, सरस्वती देवी,रितेश शर्मा, राजवंती देवी,विश्व मोहन कुमार, सरजू यादव,उषा पासवान,ठाकुर बाबा, महावीर राणा, जगरनाथ महतो, चिन्ता देवी,सुरज यादव, सुरजीत कु० सिदार, ममता कुमारी,जगदीश मंडल नितिन पासवान ,जीवन कुमार, झरना महतो,सिपाही सिंह,,भोला साहनी, आलोक राज ,,सौरव पासवान , मथुरा मल्लाह, मुन्नी देवी ,आदि थे।13 जनवरी को पूर्णाहुति हवन व महाप्रसाद वितरण के बाद भंडारा किया जाएगा।
NEWS ANP के लिए झरिया से अरविन्द सिंह की रिपोर्ट..
