IIT -ISM के 98वें स्थापना दिवस पर झारखंड के राज्यपाल ने की शिरकत,गवर्नर सीपी राधा कृष्णन ने कहा..आईएसएम पर है देश को गर्व..

धनबाद (DHANBAD)शनिवार को IIT ISM मे 98 वां स्थापना दिवस मनाया गया, कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित झारखंड के महामहिम सी पी राधाकृष्णन, गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप मे सांसद पी एन सिंह मौजूद रहे।
कार्यक्रम मे झारखंड के गवर्नर सी पी राधाकृष्णन ने शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे मे बताते हुऐ कहा कि शिक्षा ही एक मात्र रास्ता है जो आने वाले पीढ़ी को सही रास्ता दिखा सकती है। जितनी ज्ञान का अर्जन एक विद्यार्थी अपने जीवन मे करता है वह उतना निपुण होता जाता है। साथ ही महामहिम ने IIT ISM के सभी स्टूडेंट्स, प्रोफेसर सहित निदेशक को 98वीं स्थापना दिवस को लेकर बधाई देते हुऐ कहा कि 100वें स्थापना दिवस को एक त्यौहार के तरह मनाये और साल भर तक भव्य रूप से कार्यक्रम का आयोजन करें।

  1. आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के 98वें स्थापना दिवस के अवसर पर आप सभी के बीच उपस्थित होकर मुझे खुशी हो रही है। मैं पूरे आईआईटी (आईएसएम) धनबाद परिवार को शुभकामनाएं देता हूं।
  2. आईआईटी (आईएसएम) की स्थापना 9 दिसंबर, 1926 को शिक्षण के सामान्य तरीके से परे स्मार्ट सोच, नए विचारों और नवाचार को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से की गई थी। विभिन्न पृष्ठभूमियों के प्रतिभाशाली व्यक्ति इसकी सफलता का प्रमुख कारण रहे हैं।
  3. शिक्षकों, छात्रों और पूर्व छात्रों ने हमेशा नई चीजों की खोज में गहरी रुचि दिखाई है और समाज पर अच्छा और सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए दृढ़ समर्पण दिखाया है। पिछले कुछ वर्षों में, आईआईटी (आईएसएम), धनबाद अकादमिक प्रतिभा के एक संस्थान के रूप में विकसित हुआ है, जो इंजीनियरिंग और व्यावहारिक विज्ञान के क्षेत्र में नए विचारों, अनुसंधान और विकास के लिए खुला है।
  4. मुझे यह जानकर खुशी हुई कि आईआईटी (आईएसएम) की भावना इसकी प्रयोगशालाओं, कक्षाओं और नवाचार केंद्रों में रहती है जहां विचारों का जन्म होता है, परीक्षण किया जाता है और कार्यान्वयन के लिए लाया जाता है। इसकी यात्रा सिर्फ अकादमिक उपलब्धियों के बारे में नहीं है बल्कि यह नवाचार, उद्यमिता और सामाजिक परिवर्तन की कहानी है।
  5. हमारे दूरदर्शी नेता, हमारे सबसे सम्मानित माननीय प्रधान मंत्री, श्री नरेंद्र मोदी जी ने आईएसएम धनबाद को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में परिवर्तित करने के लिए प्रौद्योगिकी संस्थान अधिनियम, 1961 में संशोधन करने की मंजूरी दी। किसी भी संस्थान की सफलता इस बारे में नहीं है कि उसके छात्र शैक्षणिक रूप से कितना अच्छा प्रदर्शन करते हैं, बल्कि यह समाज पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव के बारे में है। आईआईटी (आईएसएम), धनबाद के पूर्व विद्यार्थियों ने देश-विदेश में विभिन्न क्षेत्रों में अहम भूमिका का निर्वाह कर रहे हैं तथा राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
  6. इस तेजी से विकसित हो रही दुनिया में जहां प्रौद्योगिकी तेजी से आगे बढ़ रही है, अगली पीढ़ी के नेताओं को तैयार करने में शैक्षणिक संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्हें हमेशा 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए छात्रों को आवश्यक ज्ञान, कौशल और मानसिकता से लैस करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
  7. आईआईटी (आईएसएम) के छात्र के रूप में आप सभी को संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों से सीखने का अवसर मिला। इसने निस्संदेह आपको शैक्षणिक और व्यावसायिक रूप से शीर्ष स्थान पर स्थापित किया है। साथ ही आपको हमारे समाज के विकास में भी योगदान देना होगा। आपने अपने लिए क्या हासिल किया, यह भी उतना ही महत्वपूर्ण है कि आप समाज को क्या लौटा सकते हैं। सामाजिक मुद्दों के बारे में हमेशा सूचित रहें और समाज के विभिन्न वर्गों के सामने आने वाली चुनौतियों को समझने की कोशिश करें और दूसरों के प्रति सहानुभूति और करुणा विकसित रखें।
  8. मैं प्रसिद्ध शिक्षक और दार्शनिक कन्फ्यूशियस को उद्धृत करना चाहता हूँ, उनके अनुसार “शिक्षा आत्मविश्वास पैदा करती है। आत्मविश्वास आशा पैदा करता है। आशा शांति पैदा करती है।” जब हमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध होगी, तो इससे जीवन में सफल होने के लिए आवश्यक आत्मविश्वास और कौशल विकसित करने में मदद मिलेगी। यह बदलाव भविष्य के बारे में आशा और आशा की भावना पैदा कर सकता है।
  9. मैं पुनः आईआईटी (आईएसएम) धनबाद से जुड़े सभी लोगों को 98वें स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। ज्ञान की लौ निरंतर जलती रहे, और आपके जीवन भर बनी रहे।

वही गेस्ट ऑफ ऑनर सांसद पी एन सिंह ने ISM धनबाद के पुराने दिनो एवं ISM की IIT दर्जा प्राप्त करने के संघर्ष को याद किया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में इसको आईआईटी का टैग दे कर छात्रों की मांग को पूरा किया है..

स्थापना दिवस मे विभिन्न विभागों के रिसर्चर्स को सर्टिफिकेट के साथ 50 हजार रूपए का चेक प्रदान किया गया,
साथ ही विभिन्न विभागों मे कार्य कर रहे प्रोफेसरों को long time service award से नवाजा गया। फेकल्टी रिसर्च award उन प्रोफेसर को दिया जो आपने रिसर्च के माध्यम से अपने क्षेत्र मे बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे है।
साथ ही प्रधान मंत्री फेलोशिप प्रोग्राम सहित अन्य क्षेत्र मे IIT ISM का नाम रोशन कर रहे उन्हे award दिया गया।

कार्यक्रम मे CIMFR के Director,BBMKU के कुलपति, DC वरूण रंजन, एसएसपी संजीव कुमार,DDC शशि प्रकाश सिंह,, DFO विकास पालीवाल IIT ISM के विभिन्न प्रोफेसर, Alumni,students मौजूद रहे।

NEWS ANP के लिए नितेश और अंजली की रिपोर्ट..

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