रांची(RANCHI): झारखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए धनबाद और बोकारो से उम्मीदवार का चयन किसी सिरदर्द से कम नहीं है। बोकारो से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को उम्मीदवार बनाने की चर्चा है। उन्हें धनबाद से भी चुनाव लड़ने को कहा गया था, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव से इन्कार कर दिया है। दूसरी ओर, धनबाद से कांग्रेस पार्टी के नेताओं में फिर अजय दुबे का नाम सबसे आगे है, लेकिन हाल के दिनों में पूर्व मेयर शेखर अग्रवाल के नाम की भी का जोरदार चर्चा है।
माना जा रहा है कि कांग्रेस इन्हें टिकट दे सकती है। इन्हें मिलने पर धनबाद का भी जोरदार होगा। रविवार सोमवार को दोनों सीटों पर लिए जाने की पूरी वहीं बोकारो विधानसभा समरेश सिंह की बहू श्वेता भी नाम सामने आ रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में विधायक विरंची नारायण की टक्कर दी थी। दूसरी तरफ टुंडी सिट के लिए एनडीए प्रत्याशी के तीर पर आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने भी नामांकन पत्र खरीदा है। हालांकि आजसू की ओर से कहा जा रहा है कि भाजपा यदि टुंडी सीट देगी, तभी सुदेश चुनाव लड़ेंगे। विदित हो कि सुदेश सिल्ली से नामांकन कर चुके हैं। गठबंधन के तहत यह सीट अभी भाजपा के खाते में है और उसने यहां से कोई प्रत्याशी अभी घोषित नहीं किया है..
टिकट मुकाबला अथवा निर्णय संभावना है। सीट सिंह से का उन्होंने भाकाट को काट कतार कांग्रेस के सामने एक और बड़ी समस्या है राजद को समझाने की। राजद ने झामुमो वामदल और कांग्रेस उम्मीदवारों के सामने अपने कैंडिडेट उतार दिए हैं। इससे गठबंधन टूट के आसार बढ़ गया हैं। छतरपुर , विश्रामपुर,गढ़वा, धनवार आदि विधानसभा क्षेत्रों में गठबंधन के दलों के बीच टूट की स्तिथि बनी हुई हैं. इसको देखती हुए कांग्रेस के कुछ सीनियर नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है कि वे राजद को समझाएं। तमाम वरीय नेता नियमित रूप से राजद के शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में हैं। दूसरे चरण के उम्मीदवारों के नामांकन के पहले राजद उम्मीदवारों के नाम वापस लेने का दबाव बनाया जाएगा…
ऐसा नहीं होने पर वामपंथी दल, झामुमो और कांग्रेस राजद उम्मीदवारों के विरोध में खड़े हो सकते हैं, जिससे महागठबंधन की स्थिति खराब होगी। तमाम मुद्दों पर पाटी लाइन को समझने और केंद्रीय नेतृत्व को जमीनी हकीकत बताने के लिए कांग्रेस के प्रदेश अभ्यक्ष और प्रदेश प्रभारी नई दिल्ली गए हुए है। इन दोनों की रिपोर्ट पर धनबाद और बोकारो के उम्मीदवारों की घोषणा तो होगी ही. गठबंधन को लेकर रणनीति भी बनेगी ..
NEWSANP के लिए रांची से ब्यूरो रिपोर्ट

