दिल्ली भारत निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को चुनावी बॉन्ड के आंकड़े सार्वजनिक कर दिए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एसबीआई ने 12 मार्च को इलेक्ट्रोल बॉन्ड से जुड़े सभी डाटा को चुनाव आयोग को सौंप दिया था इसके बाद चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट की डेडलाइन 15 मार्च शाम 5:00 बजे तक से एक दिन पहले 14 मार्च को ही सारी जानकारी अपने वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दी निर्वाचन आयोग ने एसबीआई द्वारा प्रस्तुत चुनावी बॉन्ड के विवरण दो भागों में रखा है पहले कंपनियों का कि उन्हें कब कितने का बॉन्ड खरीद दूसरी लिस्ट राजनीतिक दलों की है कि उन्होंने कब-कब कितने का बॉन्ड बनाया सबसे ज्यादा बॉन्ड खरीदने वाली कंपनियां फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज है मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड दूसरे नंबर पर है.
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का संचालन करने वाली कंपनी इंटर ग्लोब एवियशन ने 4 अक्टूबर 2023 को 5 करोड रुपए के चुनावी बॉन्ड खरीदे थे इंटरग्लोब एयर ट्रांसपोर्ट ने 11 करोड़ के चुनावी बॉन्ड खरीदे जबकि इंटर ग्लोब रियल स्टेट वेंचर्स ने 20 करोड रुपए के बॉन्ड खरीदे थे। दोनों इकाइयों में 10 में 2019 को बंद खरीदे गए इसके अलावा इंडिगो की प्रवर्तक कंपनी ने 7 अप्रैल 2021 को 20 करोड रुपए के चुनावी बॉन्ड खरीदे थे स्पाइसजेट ने तीन अलग-अलग मेको पर 65 लख रुपए के बॉन्ड खरीदे स्पाइसजेट ने यह बॉन्ड 8 जनवरी 2021 9 अप्रैल 2021 और 9 जुलाई 2021 को खरीदें .
वही आपको बता दे की इलेक्ट्रोल बॉन्ड 763 भेजो कि दो लिस्ट है जिसमें दो भागों में जारी की गई है 337 पेज की यह बॉन्ड खरीदारों के नाम की लिस्ट है और 426 पेज में बॉन्ड बनाने वाले दलों के नाम है.
वही आपको बता दे की तीन मूल्य वर्ग के इलेक्ट्रॉन बॉन्ड होते हैं जिसमें 1लाख, 10 लाख और एक करोड़ के मूल्य वर्ग है।
NEWS ANP के लिए दिल्ली से ब्यरो रिपोर्ट….
