पश्चिम बंगाल के 21 लाख श्रमिकों का बकाया राशि 21 फरवरी तक उनके खाते मे होगा जमा, ममता बैनर्जी…

कोलकाता(KOLKATA): पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के रेड रोड स्थित बीआरअम्बेडकर प्रतिमा के सामने केंद्र से विभिन्न योजनाओं के बकाया राशि की मांग को लेकर 48 घंटों के लिये धरने पर बैठी तृणमूल सुप्रीमो मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ने लोकसभा चुनाव से पहले सबसे बड़ा मास्टर स्ट्रॉक खेल दिया है,

ममता बैनर्जी ने धरने के दूसरे दिन यानि की अंतिम दिन मंच से यह ऐलान किया है की 21 फरवरी तक अगर केंद्र विभिन्न योजनाओं के बकाया राशि के पैसे नही देती तो वह खुद राज्य सरकार के फंड से राज्य के 21 लाख श्रमिकों के खाते मे 21 फरवरी तक पैसे भेज दीये जायेंगे,

साथ मे उन्होने यह भी कहा की वह भाजपा से भीख नही मांग रही और ना उनसे कोई भीख चाहिए, वह कार्य के पैसे मांग रही थी मेहनत के पैसे मांग रही थी वह पैसे जो 21 लाख मजदूरों ने केंद्र के विभिन्न योजनाओं मे मेहनत किये थे जिनके मेहनत के एक पैसा केंद्र ने नही दिया,

ममता के इस ऐलान पर भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा है की अगर उनके पास पैसे थे तो वह पैसों के लिये इतना नाटक क्यों कर रही थी इतना ड्रामा करने का क्या जरुरत था वह पहले भी दे सक्ति थीं आखिरकार चुनाव नजदीक आते ही उनको पैसे देने की अचानक से कैसे इच्छा जाग गई,

वहीं ममता के इस बयान पर सीपीएम नेता सुर्जन चक्रवर्ती ने कहा की ममता का यह बयान स्पष्ट करता है की उनके पास पैसे थे, उन्होंने पैसे पहले से जुगाड़ कर रखे थे ऐसे मे उन्होने साल दो साल से पैसे श्रमिकों को क्यों नही दीये, उनको क्यों पैसे के लिये इतना इंतजार करवाया, पैसे के लिये उनको क्यों भ्रम मे रखा उनको क्यों भटकाया,

इससे यह साबित होता है की वह इन पैसों को जमकर उसका इंट्रेस्ट खा रही थी अब जैसे ही चुनाव सामने आया तो अपना वोटबैंक बनाने के लिये श्रमिकों को उनके बकाया राशि देने की घोषणा कर दी वो भी राज्य सरकार के फंड से, केंद्र भी यह बार -बार कह रही थी की उन्होंने राज्य सरकार को पैसे दीये हैं,

वहीं इस मामले मे कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा की चुनाव नजदीक आते ही तृणमूल का एक और ढप का चप शुरू हो गया वोट बैंक बनाने के लिये राज्य के 21 लाख श्रमिकों को उनके बकाया राशि भुगतान करने के लिये घोषणा कर दी वो भी राज्य सरकार के फंड से उनके खातों मे चला जायेगा,

हम बताते चलें की 7,000 करोड़ रुपये बकाया होने का दावा कर ममता बनर्जी अभिषेक बनर्जी ने पार्टी विधायकों, सांसदों, मंत्रियों और मनरेगा कार्यकर्ताओं के साथ नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया था। उन्होंने कोलकाता में भी राजभवन के बाहर पांच दिन तक धरना दिया था। ममता ने उस समय कहा था कि यदि केंद्र सरकार एक फरवरी तक राज्य का बकाया नहीं चुकाती है तो मैं दो फरवरी से कोलकाता में धरना दूंगी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से धरने में शामिल होने का आग्रह किया था। उन्होंने दावा किया था कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) और प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (पीएमजीएवाई) सहित केंद्र की कई योजनाओं के मद में राज्य का 7,000 करोड़ रुपये बकाया है।

NEWS ANP के लिए प० बंगाल से अमरदेव की रिपोर्ट..

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