रांची(RANCHI): गुजरात प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सह विधायक जिग्नेश मेवानी ने कहा कि नेशनल हेराल्ड के मामले में सोची-समझी साजिश के तहत सोनिया गांधी और राहुल गांधी को बदनाम किया जा रहा है. मामला पूरी तरह साफ है कि जिस एजेएल कंपनी के तहत नेशनल हेराल्ड चलता था, उसका मकसद मुनाफा कमाना नहीं बल्कि क्रांति और विद्रोह के लिए जनमानस तैयार करना था. कांग्रेस भवन में सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए मेवानी ने कहा कि क्योंकि मुनाफा कमाना एजेएल नेशनल हेराल्ड का लक्ष्य नहीं था, इसलिए यह घाटे में भी रहा. कर्मचारियों को वेतन के पैसे, सेवानिवृति का लाभ कंपनी नहीं दे पा रही थी. इसे देखते हुए यंग इंडिया कंपनी का गठन हुआ और इस कंपनी के ज्यादातर शेयर एजेएल कंपनी ने खरीदे और कांग्रेस ने 2002 से 2012 के बीच अलग-अलग किस्तों में 90 करोड़ रुपये का ऋण दिया. इन कंपनियों से कांग्रेस ने कमायी नहीं की. मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, राकेश सिन्हा, सतीश पॉल मुंजनी, सोनाल शांति, गजेंद्र सिंह, राजन वर्मा मौजूद थे. मेवानी ने कहा कि कंपनी एक्ट की धारा-आठ के तहत यंग इंडिया नो प्रॉफिट एनटीए है. जनता का ध्यान मुद्दों से भटकाने के लिए यह सारा खेल रचा गया है. आज भी एजेएल की संपत्ति एजेएल की ही है. इसमें यंग इंडिया का कोई हिस्सा नहीं. यंग इंडिया इसमें सिर्फ स्टेक होल्डर है. यंग इंडिया मालिक नहीं है, इसलिए वह खरीद-बिक्री कर ही नहीं सकती. यह कानूनन मुमकिन भी नहीं है. कांग्रेस भाजपा, आरएसएस, नरेंद्र मोदी व अमित शाह को चुनौती देती है कि इस संपत्ति के लेन-देन के यदि कोई दस्तावेज है तो उसे प्रस्तुत करें नहीं तो जनता से झूठ बोलना बंद करें और आरोप लगाना बंद करें. उन्होंने कहा कि आज महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है. दिनदहाड़े मॉब लिंचिंग हो रही है. महिला अत्याचार में भारी वृद्धि हुई है. आदिवासी उत्पीड़न की घटनाएं हो रही हैं. इस मुल्क की जनता के असली सवाल हाशिये पर हैं और देश की संपत्ति की बंदरबांट चल रही है. इसी से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा साजिश कर रही है. नेशनल हेराल्ड और एजेएल स्वतंत्रता की विरासत हैं. इसे बचाये रखने के लिए कांग्रेस ने सहायता दी है. कहा कि इस देश में भाजपा शासित राज्यों में अनगिनत लैंड डील और घोटालों का खुलासा कैग की रिपोर्ट में किया गया है. अदाणी के खिलाफ भी खुलासे हुए हैं, लेकिन इडी ने आज तक ऐसे मामलों में दस्तक नहीं दी है. पूंजीपतियों और कॉर्पोरेट घराने जो भाजपा को आर्थिक मदद करते हैं, उनके खिलाफ एजेंसियां कार्रवाई क्यों नहीं करतीं. इस फर्जी मामले को देश के हर व्यक्ति तक पहुंचाया जायेगा.
NEWSANP के लिए रांची से ब्यूरो रिपोर्ट