दुग्दा(DUGDA): संयुक्त ट्रेड यूनियनों के बैनर तले किसान और मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ देशभर में आहूत आम हड़ताल का दुग्दा और दामोदर क्षेत्रों में आंशिक असर देखने को मिला।
भारतीय मजदूर संघ (BMS) को छोड़कर, इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC), सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (CITU), हिंद मजदूर सभा (HMS), और जनता मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने हड़ताल को सफल बनाने के लिए धरना और प्रदर्शन किया। इसके चलते, कोलियरी कार्यालयों में काम कर रहे कर्मचारी घंटों तक फंसे रहे।
यूनियन के नेताओं ने मजदूरों से हड़ताल को सफल बनाने के लिए जुलूस निकाला और आव्हान किया। हालांकि, कोलियरी का उत्पादन और संप्रेषण कार्य अन्य दिनों की तरह होता रहा। प्रदर्शन में CITU के अनिल बाउरी, खेमलाल महतो, जगमोहन महतो, सत्यनारायण महतो, मो. हैदर, INTUC के राजेंद्र प्रसाद साहू, सुरेंदर प्रसाद, योगेश दास, और जनता मजदूर संघ के सुरजबली साव, महावीर मांझी शामिल थे।
इस अवसर पर, अनिल बाउरी ने कहा, “केंद्र सरकार की नीतियों के कारण देश में बेरोजगारों की फौज खड़ी हो गई है। मोदी सरकार मजदूरों के हक और अधिकारों में कटौती कर रही है। कोल उद्योग के निजीकरण की पूरी तैयारी कर ली गई है।” इस तरह के बयानों से यह स्पष्ट होता है कि मजदूर समुदाय और उनके प्रतिनिधि वर्तमान सरकारी नीतियों से गहरी नाखुशी रखते हैं और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ रहे हैं।
NEWS ANP के लिए दुग्दा से धरमेन्द्र सिंह की रिपोर्ट..
