रांची(RANCHI):हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई 5 फरवरी को होगी सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका सुनने से इनकार करते हुए हाई कोर्ट जाने का निर्देश दिया था इसके बाद हेमंत सोरेन की ओर से हाईकोर्ट में दायर की गई आजकल में उनके लिए याचिका दायर की गई है।
हाई कोर्ट में दायर मूल याचिका के में परिवर्तन निदेशालय ED के समान को नियम विरुद्ध घोषित करने और पीड़ित कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की गई थी लेकिन इसे संशोधित करते हुए गिरफ्तारी को गलत करार देने की मांग की गई है।ED ने 29 जनवरी को मुख्यमंत्री की दिल्ली स्थित आवास पर छापामारी के बाद हेमंत सोरेन को 31 जनवरी को पूछताछ के लिए समय दिया था साथी हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में एक साथ या चुका दायर कर ED द्वारा जारी किए गए सामान को नियम विरोध करार देने और पीड़क कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की गई थी.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2 फरवरी को सुनवाई की तिथि तय करने की वजह से हाई कोर्ट ने हेमंत सोरेन की आज का पर सुनवाई के लिए 5 फरवरी की तिथि निर्धारित की थी सुप्रीम कोर्ट ने यश का प्रश्न सुनवाई करने से इनकार कर दिया और हाई कोर्ट में जाने का निर्देश दिया।हेमंत सोरेन की ओर से हाई कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि ईडी की अधिकारी उन शक्तियों का इस्तेमाल कर रहे हैं जो पीएमएलए 2002 में इन्हें नहीं दी गई है आम चुनाव नजदीक होने की वजह से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उनके पिता के खिलाफ लोकपाल की अदालत में शिकायत की है इस मामले में सीबीआई ने गलत जांच की गई है। इसमें उन संपत्तियों को हम लोगों की पारिवारिक संपत्ति बताया गया है जो हमारी है ही नहीं इसके बाद याचिकादाता हेमंत सोरेन को पहले अवैध खनन के मामले में ईडी समान जारी किया इस समय के आलोक में उन्होंने अपना बयान दर्ज कराया है।
NEWS ANP के लिए अंजलि चक्रवर्ती की रिपोर्ट….
