उत्तरप्रदेश(UP) : अयोध्या में 22 जनवरी को PM नरेंद्र मोदी के हाथों श्रीरामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद आम जनमानस को मंदिर में 23 जनवरी से प्रवेश मिलेगा। प्राण प्रतिष्ठा के रोज देश-दुनिया के अध्यात्म, विज्ञान, सियासत, सिनेमा और खेल से जुड़े लोग इसमें शरीक होंगे।
इससे पहले पवित्र रामनगरी को बहुत सुंदर तरीके से सजाया-संवारा जा रहा है। मंदिर तक जाने वाले सड़क और रास्ते भर के चौक-चौराहे को देखने लायक बनाया गया है।
आम लोगों को 23 जनवरी से मिलेगा एंट्री प्राण प्रतिष्ठा के अगले दिन यानी 23 जनवरी से आम जनमानस को प्रवेश मिलेगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रवेश द्वार में सिंह द्वार से होकर 32 सीढ़ियां हैं, जो गर्भगृह तक जाती हैं। यहां से रामलला के 30 फीट की दूरी से दर्शन किये जा सकते हैं। मंदिर के चारों तरफ आयताकार परकोटा रहेगा। राम जन्मभूमि मंदिर में ‘आरती’ पास लेने के लिए बुकिंग शुरू हो चुकी है।
दिन में तीन बार (सुबह 6.30 बजे, दोपहर 12.00 बजे और शाम 7.30 बजे) भगवान राम की आरती की जायेगी। आरती में शामिल होने के लिए ट्रस्ट द्वारा बनाये गये पास की जरूरत होगी, इसके लिये ID प्रूफ देना होगा।
मंदिर परिसर में दिव्यांग और बुजुर्ग तीर्थयात्री के लिए भी विशेष सुविधाएं हैं। रैंप और लिफ्ट भी हैं। आरती के लिये पास लेने के लिये भक्त ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की आधिकारिक वेबसाइट srjbtkshetra.org पर डिटेल जानकारी उपलब्ध है।
चारों कोनों में चार मंदिर मीडिया समूह के बड़े घराने ”अमर उजाला” में छपी खबर के अनुसार, राम मंदिर परिसर के चारों कोनों पर चार मंदिर होंगे। इनमें सूर्य देव, भगवान शिव, गणेश भगवान और देवी भगवती का मंदिर हैं। उत्तरी भुजा में मां अन्नपूर्णा का मंदिर, जबकि दक्षिणी भुजा में हनुमान जी का मंदिर है।
परिसर में प्रस्तावित अन्य मंदिर महर्षि वाल्मिकी, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि अगस्त्य, माता शबरी, निषाद राज और देवी अहिल्या की पूज्य पत्नी को समर्पित रहेंगे। मंदिर परिसर के दक्षिण-पश्चिमी भाग में कुबेर टीला पर जटायु की स्थापना के साथ-साथ भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है।
News ANP के लिए उत्तर प्रदेश से ब्यूरो रिपोर्ट..
