मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी ) ने उन्हें फिर समन दिया है। आखिरी मौका देते हुए ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर कहा है कि लैंड स्कैम मामले में उनका बयान दर्ज करना बहुत जरूरी है। इसलिए वह चाहे तो एक जगह तय कर सकते हैं, जहां उनका बयान लिया जा सके। पत्र में यह भी लिखा गया है कि मुख्यमंत्री अगले दो दिनों के भीतर अपना बयान दर्ज कराए।
छह बार समन भेजने पर भी नहीं पहुंचे मुख़्यमंत्री
साथ ही ईडी ने पत्र में लिखा है कि इस पत्र को समन ही समझा जाए। बता दे कि ईडी के 6 समन के बावजूद भी मुख्यमंत्री ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे, जिसके बाद ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 7वीं बार समन के रूप में पत्र भेजा है। बताया जा रहा है कि पत्र शुक्रवार को सीएम के पास भेजा गया है।
ईडी ने क्या लिखा है पत्र में
ईडी की ओर से कहा गया है कि मामले की जांच के दौरान बयान दर्ज करने के लिएए उन्हें छह समन भेजे गए, लेकिन वे एक बार भी ईडी ऑफिस में हाजिर नहीं हुए। इसके लिए जो कारण बताए गए, वो निराधार है। समन के आलोक में उनके हाजिर नहीं होने की वजह से मामले की जांच में अड़चन पैदा हो रही है और जांच प्रभावित है। इसलिए उन्हें पीएमएलए 2002 की धारा-50 के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए आखिरी मौका दिया जा रहा है।
14 अगस्त को भेजा गया था पहली बार समन
ईडी की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पहला समन अगस्त में भेजा गया और 14 अगस्त को ईडी ऑफिस में बुलाया गया। दूसरा समन 24 अगस्त को उपस्थित होने के लिए भेजा गया। इसके बाद 9 सितंबर, 23 सितंबर, 4 अक्टूबर और 12 दिसंबर को भी समन भेज कर बुलाया गया।
मुख्य्मंत्री ने समन को दुर्भावना और राजनीति से प्रेरित बताया
जमीन के मामले की जांच के दौरान ईडी की ओर से सीएम हेमंत को समन भेजा गया। लेकिन हेमंत सोरेन ने इसे दुर्भावना और राजनीति से प्रेरित बताया। साथ ही समन वापस नहीं लेने की स्थिति में कानूनी रास्ता अपनाने की बात कही थी। लेकिन हेमंत सोरेन के पत्र के बाद भी ईडी ने समन वापस नहीं लिया और अब उन्हें आखिरी मौका दिया गया है।
NEWS ANP के लिए रांची से वि. सिंह की रिपोर्ट….