धनबाद(DHANBAD):शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में जल्द लेप्राेस्काेपिक सर्जरी की सुविधा शुरू हाेगी. अस्पताल प्रबंधन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. लेप्रोस्कोपी मशीन की खरीदारी के लिए टेंडर निकाला गया है. एसएनएमएमसीएच प्रबंधन ने एक माह के अंदर खरीदारी प्रक्रिया पूरी कर सर्जरी विभाग में लेप्रोस्कोपी विधि से ऑपरेशन शुरू करने का दावा किया है. अस्पताल में लेप्राेस्काेपिक सर्जरी शुरू हाेने से ऑपरेशन की संख्या बढ़ने के साथ मरीजाें काे भी राहत मिलेगी. वर्तमान में धनबाद के किसी सरकारी अस्पताल में लेप्राेस्काेपिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध नहीं है.
क्या है लेप्राेस्काेपिक तकनीक
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के लिए रोगी को एनेस्थेसिया (बेहोशी की दवा) दिया जाता है. इसके बाद सबसे पहले रोगी के पेट में पोर्ट से छेद कर कार्बन-डाइऑक्साइड गैस भरी जाती है, इससे रोगी का पेट फूल जाता है. इसके बाद तीन और छेद की मदद से एक से एचडी कैमरा और दो छेद से सर्जरी के उपकरण डाले जाते हैं. कंसोल की मदद से चिकित्सक पेट के भीतर उपकरणों की हर मूवमेंट पर नजर रखते हैं और उस हिस्से को काट-काट कर निकालते हैं, जो बीमारी का कारण होता है. ऑपरेशन के बाद इसे बंद करने के लिए मात्र दो से तीन टांके लगाते हैं, जबकि ओपेन सर्जरी में पांच से 15 इंच का चीरा लगाया जाता है.
इस विधि से हुई सर्जरी में जल्द होती है रिकवरी
लेप्रोस्कोपी सर्जरी से गॉल ब्लाडर, पेल्विस, अपर और लोवर जीआइ ट्रैक्ट, थोरेक्स सर्जरी, अपेंडिक्स, हर्निया, आंत का ऑपरेशन संभव है. इस विधि से हुई सर्जरी से मरीज की रिकवरी जल्द होती है.
इधर एसएनएमएमसीएच अधीक्षक डॉ एसके चौरसिया ने कहा कि अस्पताल में जल्द लेप्राेस्काेपिक सर्जरी शुरू होगी. मशीन की खरीदारी के लिए टेंडर निकाला गया है. एक माह में खरीदारी प्रक्रिया पूरी कर यह सुविधा शुरू करने की योजना है.
NEWSANP के लिए धनबाद से ब्यूरो रिपोर्ट