
पूर्व आईपीएस शिवदीप लांडे ने इस सीट से भरा पर्चा, पत्नी के साथ मांगा समर्थन..
बिहार(BIHAR):पूर्व आईपीएस शिवदीप लांडे ने जमालपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया। नामांकन से पहले उन्होंने शहर में घूमकर लोगों से मुलाकात की और विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना की। पत्नी डॉ. ममता के साथ उन्होंने पर्चा भरा और समर्थकों ने उनका स्वागत किया। लांडे ने कहा कि मुंगेर से उनका गहरा लगाव है और वे जनता की अदालत में सेवा करने आए हैं।
गाड़ियों का काफिला व युवाओं महिलाओं के भीड़भाड़ के साथ पूर्व आईपीएस पहले जुबली वेल स्थित बजरंगबली मंदिर, शनि देव मंदिर, योग माया बड़ी दुर्गा मंदिर के अलावे झूर काली माता के मंदिर गौरीपुर सफियासराय पहुंच कर पूजा अर्चना की।

पत्नी डॉ. ममता के साथ मुंगेर पहुंचकर जमालपुर विधानसभा क्षेत्र से नामांकन का पर्चा तीन सेट में भरा। बाहर निकलते ही समर्थकों ने फूलमाला पहनकर स्वागत किया।
पूर्व आईपीएस ने कहा कि मुंगेर जिले से गहरा लगाव रहा है, इसलिए नौकरी से इस्तीफा देकर जनता की अदालत में सेवा करने के लिए आशीर्वाद मांग रहे हैं।
उन्होंने कहा कि खाकी में तो जनता ने हमें काम करते हुए देखा है अब प्रतिनिधि के रूप में इस अंदाज में जनहित के लिए निस्वार्थ भाव से सेवा करने आए हैं।
प्राचार्य शंकर कुमार सिंह, शुभम सिंह, मु. नुरुल्लाह, राजू चौरसिया, राम सिमरन पासवान, रमेश ठाकुर,आनंदी मंडल, जयंती देवी, गोपाल प्रसाद तांती, सत्य प्रकाश, डा. पप्पू, लक्ष्मण कुमार सहित बड़ी संख्या में समर्थक थे।
पूर्व आईपीएस शिवदीप लांडे ने हलफनामे में दिया संपति का विवरण..
हलफनामे के अनुसार, उन पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। उनके बैंक खाते में 20 लाख से अधिक की राशि जमा है और उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में 6.65 करोड़ का निवेश किया है। लांडे पर 2.5 करोड़ का होम लोन भी है। उनकी पत्नी ममता शिवदीप लांडे एक बिजनेस वुमेन हैं और उनके पास 100 ग्राम सोना है।
बिहार में ‘सुपर कॉप’ और ‘सिंघम’ के नाम से मशहूर पूर्व आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे की राजनीति में विधिवत एंट्री हो चुकी है. नौकरी से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने विधानसभा चुनाव में उतरने का ऐलान किया किया था..
राजनीति में सिंघम की नई पारी
शिवदीप लांडे मूल रूप से महाराष्ट्र के निवासी हैं और वे बिहार कैडर के 2005 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं. उन्होंने सितंबर 2024 में पुलिस सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ली थी.
शिवदीप लांडे अपने सख्त रवैये, ईमानदारी और जनसेवा की छवि के लिए जाने जाते हैं. अब वे राजनीति में अपनी पहचान बनाने की तैयारी में हैं.
नहीं मिल सका समय पर पार्टी रजिस्ट्रेशन..
शिवदीप लांडे ने कुछ समय पहले ‘हिंद सेना पार्टी’ का गठन किया था, ताकि इसके बैनर तले चुनाव लड़ सकें. लेकिन तकनीकी कारणों से पार्टी का रजिस्ट्रेशन समय पर नहीं हो पाया, जिससे उन्हें फिलहाल स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरना पड़ रहा है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई ही असली एजेंडा..
लांडे का कहना है कि उनकी राजनीति का उद्देश्य भ्रष्टाचार से लड़ना और जनता की सेवा करना है. पुलिस सेवा के दौरान उन्होंने अपराध, माफियागिरी और भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ कई चर्चित कार्रवाइयां की थीं. बिहार के कई जिलों में उनकी पोस्टिंग रही और उन्होंने जनता के बीच एक भरोसेमंद अधिकारी की छवि बनाई.
राजनीतिक सफर
जमालपुर-अररिया से भावनात्मक जुड़ाव
लांडे का मुंगेर के जमालपुर और अररिया से भावनात्मक जुड़ाव है. उन्होंने यहां लंबे समय तक सेवा दी है. उनका मानना है कि इन क्षेत्रों में विकास की सख्त जरूरत है. वे कहते हैं कि अगर जनता उन्हें मौका देती है, तो वे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देंगे.
चुनावी माहौल में बनी हलचल
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि शिवदीप लांडे जैसी शख्सियत के चुनाव में आने से मुकाबला और रोचक हो गया है. निर्दलीय होने के बावजूद उनकी छवि और जनसमर्थन उन्हें बड़ी ताकत दे सकता है.
NEWS ANP के लिए बिहार से ब्यूरो रिपोर्ट..