आसनसोल(ASANSOL): SIR को लेकर पुरे पश्चिम बंगाल मे मचे बवाल के बिच आसनसोल के जामुड़िया से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जिस खबर मे जामुड़िया विधानसभा के तृणमूल विधायक हरेराम सिंह का बंगाल के अलावा उत्तर प्रदेश के वोटर लिस्ट मे दर्ज नाम सोसल मिडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, एक तरफ जहाँ उत्तर प्रदेश के वोटर लिस्ट मे दर्ज नाम मे विधायक की डिटेल्स मे उनका नाम हरेराम, जेंडर मेल, पिता का नाम राधे, उम्र 71, एसेंबली 362 बांसडीह, पार्लियामेंट्री सलेमपुर, जिला बलिया, राज्य उत्तर प्रदेश, पार्ट नंबर 19, पार्ट नेम कन्या पी, वी, मणियार नॉर्थ, सीरियल नंबर 88, इपिक नंबर APD0461244 है, तो वहीं दूसरी ओर पश्चिम बंगाल के आसनसोल मे उनका नाम हरेराम सिंह, पिता राधे श्याम सिंह, उम्र 70, जेंडर मेल, पिता राधे सिंह, एसेंबली 275 पाण्डेश्वर, पार्लियामेंट्री आसनसोल, जिला पश्चिम बर्धमान, राज्य पश्चिम बंगाल, पार्ट नंबर 91, पार्ट नेम बहुला एफपी स्कुल, सीरियल नंबर 646, इपिक नंबर WB/38/263/366114 है, ऐसे मे एक विधायक होने के नाते हरेराम सिंह कैसे और किस तरह एक साथ दो राज्यों के वोटर बनकर रह रहे थे, उन्होंने अपनी एक वोटर कार्ड कैंसल क्यों नही करवाई, इसको लेकर राज्य के विरोधी दल के नेता अब तृणमूल के ऊपर हमलावर हो गए हैं, साथ ही वह बंगाल मे एसआईआर लागु नही करने और उसका विरोध करने की यही सबसे बड़ी वजह मान रहे हैं, भाजपा के राज्य स्तरीय नेता कृषनेन्दु मुखर्जी ने तृणमूल विधायक हरेराम सिंह के दो वोटर कार्ड होने को लेकर कड़ी आलोचना की है, उन्होंने कहा है की जब से बंगाल ने एसआईआर लागु करने की तैयारियां शुरू हुई, तब से तृणमूल सुप्रीमो मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी से लेकर उनके तमाम छोटे बड़े नेता एसआईआर का विरोध कर रहे हैं, एसआईआर के खिलाफ सड़क पर उतर प्रदर्शन कर रहे हैं और राज्य की जनता के मन मे एसआईआर को लेकर गलत चीजें डाल रहे हैं, जबकि एसआईआर लागु होने से राज्य की जनता को लाभ होगा, इस देश को लाभ होगा, यहाँ अवैध रूप से रह रहे अनुप्रवेशकारी, बांग्लादेशी, रोहंगियों का सफाया होगा, जाली वोटर ख़त्म होंगे, उन्होंने कहा यह मामला सिर्फ जामुड़िया विधायक का ही नही, ऐसे कई विधानसभा हैं, जहाँ इस तरह की जाली वोटर मिल जायेंगे, यह तृणमूल की स्टेटजी है, ऐसे ही वोटरों के बल पर वह चुनाव जितने का काम करते हैं, प्रशांत किशोर का भी पश्चिम बंगाल के भवाणिपुर और बिहार के वोटर लिस्ट मे नाम है, तृणमूल इसी लिये एसआईआर का विरोध कर रही है, पर एसआईआर हो कर रहेगा चाहे कोई कितना भी भय दिखा ले.
NEWSANP के लिए अतीक रहमान की रिपोर्ट

