गोमो(GOMO): होली और ईद जैसे त्योहार खुशियों और भाईचारे का संदेश देते हैं, लेकिन क्या होगा अगर इन्हीं त्योहारों पर माहौल बिगड़ जाए? तेज़ आवाज़ में बजते अश्लील डीजे, नशे में झूमते हुए बेकाबू लोग, सोशल मीडिया पर आग लगाने वाली पोस्ट्स—यह सब त्योहारों की पवित्रता को कलंकित कर सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए गिरिडीह जिले के निमियाघाट थाना परिसर में शांति समिति की बैठक और होली मिलन समारोह आयोजित किया गया, जहां पुलिस प्रशासन ने त्योहारों को सुरक्षित और सौहार्दपूर्ण बनाए रखने के लिए सख्त हिदायतें दीं।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए एसडीपीओ सुमित प्रसाद ने जनता को चेतावनी दी कि कोई भी फेक न्यूज या भड़काऊ पोस्ट सोशल मीडिया पर न फैलाएं, अन्यथा इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। उन्होंने साफ कहा कि अगर किसी को ऐसा कोई संदेश मिलता है, तो उसे फॉरवर्ड करने के बजाय सीधे थाना को सूचित करें। इसके साथ ही, डीजे पर अश्लील और भड़काऊ गाने बजाने पर भी पूरी तरह पाबंदी लगाई गई है।
थाना प्रभारी सुमन कुमार ने भी होली के पावन त्यौहार जैसे पर्व पर नशे का सेवन न करें तथा सभी के साथ मिलजुल कर इस पर्व को मनाएं. त्योहारों की असली खूबसूरती तभी बनी रहेगी जब इसे प्रेम और सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया जाएगा।
इस शांति समिति बैठक और होली मिलन समारोह में प्रशासन और जनता के बीच आपसी विश्वास और भाईचारे का माहौल देखने को मिला। पुलिस ने यह स्पष्ट कर दिया कि वे सिर्फ कानून लागू करने के लिए नहीं, बल्कि जनता की खुशियों का भी हिस्सा बनने के लिए मौजूद हैं। इस बार पुलिस और प्रशासन ने त्योहारों को शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाने का जो बीड़ा उठाया है, वह समाज के हर जिम्मेदार नागरिक के लिए एक सीख है—खुशियां मनाइए, लेकिन जिम्मेदारी के साथ!
NEWSANP के लिए गोमो से सबिता बर्नवाल की रिपोर्ट