यूपी(UP):प्रयागराज महाकुंभ से सुर्खियों में आए IIT बाबा अभय सिंह को जयपुर पुलिस ने गांजा रखने के आरोप में हिरासत में लिया था. हालांकि, बेहद कम मात्रा में नशीला पदार्थ मिलने के कारण उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया. असल में बाबा ने कथित तौर पर सोशल मीडिया पर जान देने की धमकी दे डाली थी, जिससे मामला और गर्मा गया.
क्या है पूरा मामला?
जयपुर के रिद्धि सिद्धि इलाके के होटल पार्क क्लासिक में IIT बाबा ठहरे हुए थे. पुलिस को होटल से हंगामे की सूचना मिली, जिसके बाद शिप्रापथ थाने की टीम मौके पर पहुंची. जांच के दौरान बाबा के पास से 1.50 ग्राम गांजा बरामद हुआ. चूंकि यह मात्रा NDPS एक्ट के तहत गैर-संज्ञेय (Bailable) अपराध की श्रेणी में आती है, इसलिए पुलिस ने उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया.
IIT बाबा ने खुद को बताया अघोरी
पुलिस हिरासत में लिए जाने के बाद पूछताछ के दौरान अभय सिंह ने खुद को ‘अघोरी बाबा’ बताया. उन्होंने दावा किया कि अघोरी परंपरा के अनुसार वे गांजे का सेवन करते हैं, जो उनके लिए एक आध्यात्मिक अनुष्ठान जैसा है. बाबा ने सोशल मीडिया पर कथित तौर पर लाइव आकर जान देने की धमकी भी दी. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें बेवजह परेशान किया और अगर उनके साथ कुछ गलत हुआ तो इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा.
IIT बाबा कौन हैं?
अभय सिंह आईआईटी मुंबई से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कर चुके हैं. कनाडा में नौकरी करने के बाद उन्होंने अध्यात्म की राह पकड़ ली.
प्रयागराज महाकुंभ में उनकी पहचान ‘IIT बाबा’ के रूप में बनी और वे सोशल मीडिया पर लोकप्रिय हो गए.
क्या बोले पुलिस अधिकारी?
डीसीपी दक्षिण जयपुर, दिगंत आनंद ने बताया कि पुलिस को कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि अभय सिंह सुसाइड करने की कोशिश कर रहे हैं. मौके पर पहुंचकर जब पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने गांजा सेवन की बात कबूल की. चूंकि बरामद मात्रा 1.50 ग्राम थी, जो बहुत कम है, इसलिए उन्हें जमानती पेश करने पर छोड़ दिया गया. हालांकि NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है, लेकिन चूंकि बरामद मात्रा न्यूनतम सीमा में थी, इसलिए बाबा को रिहा कर दिया गया.
NEWSANP के लिए यूपी से ब्यूरो रिपोर्ट