झामुमो में जल्द दिखेंगे कई नए चेहरे, कमेटी भंग करने के बाद पार्टी ने ले लिया एक और बड़ा फैसला…

झामुमो में जल्द दिखेंगे कई नए चेहरे, कमेटी भंग करने के बाद पार्टी ने ले लिया एक और बड़ा फैसला…

रांची(RANCHI): झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पार्टी में आमूलचूल परिवर्तन की कवायद आरंभ की है। सत्ता में शानदार तरीके से वापसी के बाद झामुमो के शीर्ष नेतृत्व ने संगठन की कमान कसने की तैयारी की है….

जल्द ही पार्टी का केंद्रीय महाधिवेशन प्रस्तावित है। इससे पहले संगठन को हर स्तर पर मजबूत करने और कमेटियों के पुनर्गठन की प्रक्रिया तेज हुई है।
इसके तहत सभी जिला कमेटियों को भंग कर दिया गया है। बूथ स्तर की सारी कमेटियां भी नए सिरे से बनेगी। इसके अलावा केंद्रीय महाधिवेशन में शीर्ष केंद्रीय कार्यकारिणी व केंद्रीय समिति की घोषणा की जाएगी। जिला कमेटियों का गठन होने तक कामकाज के लिए संयोजक प्रमुख के साथ-साथ एक संयोजक मंडली का गठन किया गया है…

प्रमुख नेताओं को इसकी जिम्मेदारी दी गई है कि वे संबंधित जिलों के संयोजक के साथ समन्वय स्थापित कर संगठनात्मक विस्तार की प्रक्रिया को मूर्त रूप दें। नए सिरे से गठित होने वाली कमेटियों में तेजतर्रार युवाओं समेत महिलाओं की अधिकाधिक भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी..

हाल में ही झामुमो की विस्तारित केंद्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चुनाव के दौरान कार्यकर्ताओं के कठिन परिश्रम की सराहना की थी। सीएम ने यह भी उल्लेख किया था कि चुनाव में बड़ी जीत से जिम्मेदारी भी बढ़ी है। कार्यकर्ताओं को इसके लिए नए सिरे से संगठनात्मक कार्य में जुटना होगा….

सीएम ने कहा कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को निचले स्तर तक के लाभुकों को पहुंचाने की जिम्मेदारी उनके कंधे पर है। सत्ता में शानदार तरीके से वापसी के बाद झामुमो के शीर्ष नेतृत्व ने संगठन की कमान कसने की तैयारी की है..

पड़ोसी राज्यों में भी विस्तार झारखंड से सटे पड़ोसी राज्यों में भी झामुमो की राज्य इकाईयां कार्यरत है। केंद्रीय महाधिवेशन में इन राज्यों से भी भागीदारी अपेक्षित है..

पार्टी के मंत्रियों, सांसदों और विधायकों को संगठनात्मक विस्तार के कार्य में लगाया जाएगा। झामुमो ने आदिवासी बहुल राज्यों में विस्तार की कवायद इस दृष्टिकोण से भी तैयार की है कि भविष्य में वृहद झारखंड की परिकल्पना को भी आगे बढ़ाया जाए। झामुमो बंगाल और ओडिशा के आदिवासी बहुल जिलों को मिलाकर वृहद झारखंड की वकालत करता रहा है..

50 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य
झामुमो ने केंद्रीय महाधिवेशन के पहले सदस्यता अभियान को भी पूरा करने का लक्ष्य रखा है। पार्टी का सदस्यता अभियान 18 जनवरी से आरंभ हुआ है जो 28 फरवरी तक चलेगा। संगठन का लक्ष्य 50 लाख सदस्य बनाने का है..

झामुमो महासचिव विनोद पांडेय ने निर्देश दिया है कि सभी स्तर पर व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर सदस्यता अभियान को सफल बनाने में कार्यकर्ता जुट जाएं। जिला संयोजक मंडली को कहा गया है कि वे पार्टी का साधारण सदस्यता फार्म हासिल कर अभियान को गति प्रदान करें….

NEWSANP के लिए रांची से ब्यूरो रिपोर्ट

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