ELECTION COMMISSION:48 घंटे की समीक्षा के बाद CEC की टीम लौटी, 02 चरणों में हो सकता है झारखंड विधानसभा चुनाव..

ELECTION COMMISSION:48 घंटे की समीक्षा के बाद CEC की टीम लौटी, 02 चरणों में हो सकता है झारखंड विधानसभा चुनाव..

रांची(RANCHI)झारखंड विधानसभा चुनाव दो चरणों में कराए जाने की उम्मीद है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने इसके संकेत दिए हैं। झारखंड विधानसभा की दो दिवसीय चुनावी तैयारियों की समीक्षा के बाद दिल्ली जाने के पहले उन्होंने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि अधिकतर राजनीति दलों ने एक या दो चरणों में चुनाव कराने का आग्रह किया है। अब आयोग की टीम 26 सितंबर को महाराष्ट्र जाएगी। वहां से लौटने पर झारखंड में चुनाव पर निर्णय लिया जा सकता है।

सोमवार को राजनीतिक दलों के साथ बैठक के बाद मंगलवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने जिलों के निर्वाची पदाधिकारियों, एसएसपी, एसपी, आईजी, डीआईजी आदि प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उनसे पूछा कि वे चुनाव को ने लेकर कितने तैयार हैं। अधिकारियों रचना की दिया। इन्फोर्समेंट एजेंसी, पुलिस अधिकारी और विभिन्न जिलों के निर्वाची पदाधिकारियों ने चुनाव आयोग को आश्वस्त किया कि उनकी तैयारी पूरी है। मुख्य निर्वाचन अयुक्त ने निर्देश दिया कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए काम करें। सभी जिले अपने यहां की स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप सर्वश्रेष्ठ प्रयास करते हुए स्वतंत्र एवं निष्पक्ष विधानसभा चुनाव करवाने में लग जाएं। सोहराय पेंटिंग, पायका नृत्य आदि की मदद से ग्रामीण मतदाताओं के बीच निर्वाचन जागरूकता को प्रभावी बनाएं। शहरी क्षेत्र के जिला निर्वाची पदाधिकारी अपने क्षेत्र में चुनाव प्रतिशत बढ़ाने पर विशेष काम करें। निर्वाचन आयोग की टीम ने जिला निर्वाची पदाधिकारियों, एसएसपी, एसपी आदि अधिकारियों से राज्य की सभी 81 सीटों की चुनाव तैयारियों के बारे में जाना।

मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार व डॉ एसएस संधू ने की तैयारियों की समीक्षा.2 दिन में आयोग ने 5 बैठकें कीं, सभी 81 सीटों की जानकारी ली,
राज्य में 11 लाख मतदाता पहली बार डालेंगे वोट

राजीव कुमार ने बताया कि उन्होंने इन्फोर्समेंट एजेंसी के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे राज्य की सीमा पर मुस्तैदी रखें। किसी भी संदिग्ध और आपत्तिजनक वस्तुओं पर विशेष ध्यान रखें। लोकसभा चुनाव की तरह ही शांतिपूर्ण औरराज्य की सीमा पर मुस्तैदी रखेंनिष्पक्ष ढंग से चुनाव होना चाहिए। प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे आरोप-प्रत्यारोप से बचें। विवाद से दूर रहें।किसी भी मतदान केंद्र पर 1500 से अधिक मतदाता नहीं होंगे, स्टल बैलेट गिनती की रिकार्डिंग होगी,

राजीव कुमार ने कहा कि पोस्टल बैलेट गिनती की रिकॉडिंग होगी। चाहे तो उसे कोई भी देख सकता है। अधिकारियों को कहा गया है कि सभी पोलिंग स्टेशन का माहौल अच्छा हो। वहां हर तरह की प्राथमिक सुविधाएं हों। 100 प्रतिशत मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी हो। वोटिंग शुरू होने से पहले मतदान केंद्र के गेट से 200 मीटर का दायरा बना लें। दिव्यांग और अधिक उम्र के लोगों के लिए अलग लाइन हो। मतदान केंद्र की दूरी दो किमी से अधिक नहीं होनी चाहिए….चुनाव आयोग ने राज्य व जिला प्रशासन के अधिकारियों को पक्षपातपूर्ण आचरण के प्रति आगाह किया कहा कि पक्षपातपूर्ण आचरणकरनेवाले अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. अधिकारियों को चुनाव के दौरान अवैध धन व नशीली सामग्री को प्रतिबंधित करनेका निर्देश दिया. साथ ही कहा कि वाहन चेकिंग के नाम पर आम लोगों को परेशान नहीं किया जाये.

2019 में पांच चरणों में हुआ था चुनावः भाजपा, कांग्रेस, झामुमो और राजद सहित प्रमुख पार्टियों ने आयोग से कहा था कि अभी दुर्गापूजा, दीपावली और छठ जैसे त्योहार हैं। इस त्योहारों को ध्यान में रखनते हुए चुनावी प्रक्रिया की तारीखें तय की जाएं। ताकि किसी तरह के गतिरोध की स्थिति न हो। इसे देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि 15 नवंबर के बाद मतदान हो सकता है। यही नहीं, अगर आयोग राजनीतिक दलों के सुझावों पर सहमत हुआ तो 2019 की तुलना में इस बार कम चरणों में चुनाव हो सकता है। गौरतलब है कि 2019 में 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच पांच चरणों में मतदान हुआ था। इस बार राजनीतिक दलों का कहना था कि कई चरणों में चुनाव कराने से गलत हथकंडे अपनाए जाने की आशंका बनीरहती है।

झारखंड में इस बार 2.59 करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाताओं में करीब 11 लाख पहली बार वोट डालने वाले युवा हैं। चुनाव को एक उत्सव की तरह बनाने के लिए स्थानीय संस्कृति को प्रोत्साहित करने और शहरी क्षेत्रों में मतदान की जागरूकता बढ़ाने पर आयोग का जोर है। कि दौर एसपी- डीसी को निर्देश दिया गया है चुनाव के समय आरोप-प्रत्यारोप का चलता रहेगा। अफसरों को अपने रास्तेपर अडिग रहना है। 1271 बूथों का प्रबंधन महिलाएं करेंगीः मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने बताया कि विधानसभा चुनाव में 20,276 स्थानों पर कुल सबंध बनाए जाएंगे। हर हाथ होंगे। 1271 मतदान केंद्रों का प्रबंधन महिलाएं करेंगी जबकि 139 बूथों का प्रबंधन युवा कर्मचारी के हाथ होगा। 48 बूथों पर दिव्यांगों की तैनाती होगी। इस बार कुल 2.59 मतदाता हैं। इनमें से 1845 से अधिक मतदाता 100 साल से अधिक उम्र के हैं।

पदार्थों पर अंकुश लगाने के लिए सभी प्रवर्तन एजेंसियों को मिल कर काम करने को कहा. शराब और नशीली दवाओं के सरगनाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. कहा कि अंतरराज्यीय सीमा विशेष रूप से पश्चिम बंगाल व ओडिशा से लगी सीमा पर कड़ी नजर रखी जाये सीमाओं की 24 घंटे निगरानी करते हुए गांजा व सिंथेटिक दवाओं की आवाजाही रोकें, पलामू, चतरा, हजारीबाग, लातेहार, गुमला, खूंटी जिलों में पोस्ता की खेती नष्ट करें सीमावती राज्यों विहार, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल व छत्तीसगढ़ के साथ लगातार बैठक कर समन्वय बनाने का निर्देश दियाचुनाव आयोग ने राज्य व जिला प्रशासन के अधिकारियों को पक्षपातपूर्ण आचरण के प्रति आगाह किया कहा कि पक्षपातपूर्ण आचरणकरनेवाले अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. अधिकारियों को चुनाव के दौरान अवैध धन व नशीली सामग्री को प्रतिबंधित करनेका निर्देश दिया. साथ ही कहा कि वाहन चेकिंग के नाम पर आम लोगों को परेशान नहीं किया जाये.

NEWS ANP के लिए रांची ब्यूरो के साथ कुंवर अभिषेक सिंह की रिपोर्ट

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