रांची(RANCHI): बीएयू झारखंड कर्मचारी मजदूर संघ की बैठक सुमित कुमार राम की अध्यक्षता में 21 फरवरी को कांके में हुई। इसमें मृतक मजदूर के आश्रितों को प्रबंधन द्वारा नौकरी से हटाए जाने और उनके आश्रितों को नौकरी पर रखने सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
संघ के पदधारियों ने कहा कि कि जो मजदूर वर्षों तक विश्वविद्यालय में कार्य किए हैं और उनका स्वर्गवास हो गया उनके एक आश्रित को काम दिया जाए। उच्च न्यायालय का आदेश है कि 10 वर्ष तक काम कर चुके श्रमिकों को नियमित किया जाना है, परंतु ऐसा नहीं हुआ।
पदधारियों ने यह भी कहा कि सरकार के आदेश के अनुसार पांच से 10 वर्ष काम करनेवालों को 10 प्रतिशत, 10 से 15 वर्ष वालों को 15 प्रतिशत, 15 से 20 वर्ष वालों को 20 प्रतिशत और 20 से 30 साल तक काम करने वालों को 30 फीसदी प्राथमिकता देते हुए नौकरी दी जाएगी। इस पर भी प्रबंधन ध्यान नहीं दे रहा है। इसके लिए बैठक में आंदोलनात्मक रणनीति तय की गई। बैठक संचालन अध्यक्ष इफ्तेखार खान ने किया।
मौके पर राजकुमार महतो, बजरंग महतो, प्रीति कुमारी, मोबीन, सुमित कुमार राम, सोमरा उरांव, बिटू उरांव, कृष्णा महतो, सोनू कुमार महतो, दिलीप कुमार महतो, सुंदर कामत, सरिता देवी, रीता देवी, बबीता देवी, सोनू मुंडा, मुकुल तिर्की, सूरज कुमार, मुकेश कुमार, सहदेव लोहरा, सीता कुमारी आदि मौजूद थे।
NEWS ANP के लिए रांची से चन्द्र प्रकाश की रिपोर्ट..
