आसनसोल(ASANSOL): रेलवे भारत की जीवन रेखा है माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के फोकस के कारण, भारत अब दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती रेल नेटवर्क प्रणाली है, यही कारण है की लोग यात्रा के लिए ट्रेन मे ही सफर करना सुरक्षा के दृश्टिकोण से सही मानते हैं और प्रतिदिन 2 करोड़ यात्री तो सालाना 800 करोड़ यात्री एक्सप्रेस व लोकल ट्रेनों मे सफर करते हैं,

यात्री सुविधा को और भी दरुस्त व बेहतर करने के लिए रेलवे अब तक 41 जोड़ी वंदे भारत ट्रेनें शुरू कर चुकी है, भारतीय रेलवे ने एक नया उत्पाद यानी थीम आधारित पर्यटक सर्किट ट्रेन – ‘भारत गौरव’ लॉन्च किया और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और शानदार ऐतिहासिक स्थानों को प्रदर्शित करते है। रेल मंत्रालय ने भारत सरकार के ‘वोकल फॉर लोकल’ दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से “वन स्टेशन वन प्रोडक्ट” (OSOP) योजना शुरू की है, ट्रेन संचालन में सुरक्षा, ट्रेनों की गतिशीलता, सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए प्रभाव और व्यवहार्यता सुनिश्चित करने के लिए लेवल क्रॉसिंग (एलसी) को खत्म करने की प्राथमिकता, ऐसे मे रेलवे ने देश के करीब 1318 की पहचान की है जिन स्टेशनो को अमृत भारत योजना के तहत कायाकल्प करने की तैयारी की जा रही है,

जिनमे 554 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास और 1500 रोड ओवरब्रिज/अंडरपास का शिलान्यास और उद्घाटन राष्ट्र को समर्पण 41,000 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा. पीएम नरेंद्र मोदी के इस उद्घाटन समारोह के उपलक्ष मेरे देश भर के करीब इसके 2000 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए गया,
जिसमें स्थानीय नेता, विधायक और सांसदों के साथ आम लोग भी शामिल हुए। ‘विकसित रेल, विकसित भारत 2047’ के दृष्टिकोण के साथ, माननीय प्रधान मंत्री, श्री नरेंद्र मोदी ने ‘अमृत स्टेशन योजना’ के तहत आज सोमवार 26 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारतीय रेलवे पर 41,000 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 554 स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी और लगभग 2000 रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित किया।
इस योजना के एक भाग के रूप में, प्रधान मंत्री ने आसनसोल मंडल के सात स्टेशनों सहित पूर्व रेलवे में 28 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला भी रखी, जो रेलवे स्टेशनों में एक बड़ा परिवर्तन लाएगा। यह ‘ईज ऑफ लिविंग’ को बढ़ावा देगा और आराम के साथ-साथ सुविधाओं में भी वृद्धि करेगी। यह सुनिश्चित करने के लिए भी विशेष ध्यान रखा गया है कि ये स्टेशन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला के अनुरूप हों।
माननीय प्रधान मंत्री ने आज आसनसोल मंडल में 11 सीमित ऊंचाई वाले सबवे (एलएचएस) का शिलान्यास कर राष्ट्र को समर्पित किया। रक्षित समपार फाटकों को प्रतिस्थापित करके ये सीमित ऊंचाई वाले सबवे ट्रेनों की सेक्शनल गति को बढ़ाएंगे। इनका उपयोग करते हुए स्थानीय निवासियों और यात्रियों को संवर्द्धित सुविधा और कम यात्रा समय का अनुभव होगा, जिससे जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा।
इस अवसर पर पानागढ़, देवघर, दुमका, जामताड़ा, बासुकीनाथ, शंकरपुर, विद्यासागर स्टेशनों और 11 लिमिटेड हाइट सबवे पॉइंट के पास उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। पानागढ़ स्टेशन पर माननीय सांसद श्री एस.एस. अहलूवालिया और कर्नल श्री आर.के. मलिक, देवघर स्टेशन पर माननीय सांसद श्री निशिकांत दुबे और दुमका स्टेशन पर माननीय सांसद, श्री सुनील सोरेन का कार्यक्रम स्थल पर आगमन पर क्रमशः मंडल रेल प्रबंधक/ आसनोल, अपर मंडल रेल प्रबंधक/आसनसोल और मुख्य परियोजना प्रबंधक (गति शक्ति इकाई) द्वारा पुष्पगुच्छ और उत्तरीय के साथ स्वागत किया गया। अन्य प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों और रेलवे अधिकारियों ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से भव्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
इस अवसर पर स्थानीय स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा लोक नृत्य एवं गीत से परिपूर्ण रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। पूर्व में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को गणमान्य व्यक्तियों ने पुरस्कृत किया।
माननीय सांसदगणों ने कार्यक्रम स्थल पर सभा को संबोधित किया और आम लोगों के बीच भारी उत्साह देखकर अत्यंत प्रसन्न हुए।
माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश भर में अब तक की सबसे बड़ी अपूर्व पुनर्विकास योजना का अनावरण किया। उपस्थित यात्री, दैनिक यात्री रेलवे स्टेशन के आसपास केंद्रित क्षेत्रों के समग्र विकास की व्यापक दृष्टि से प्रेरित रेलवे के इस एकीकृत दृष्टिकोण के प्रति बहुत आशावादी और प्रसन्न थे। साथ ही देशभर में 14 से ज्यादा रेलवे स्टेशन चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें वर्ल्ड क्लास बनाया जा रहा है। बता दें कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों के लिए मास्टर प्लान तैयार कर सुविधाएं बढ़ाना है। इससे पहले 2023 में प्रधानमंत्री 508 नए रेलवे स्टेशनों की आधारशिला रख चुके हैं। सियालदह रेल डिवीजन मे 121.47 करोड़, हावड़ा रेल डिवीजन 78. 14 करोड़, आसनसोल रेल डिवीजन 93.71 करोड़, मालदा डिवीजन 104.0 करोड़ पश्चिम बंगाल के इन चारों रेल डिवीजनों के अंतर्गत आने वाले कुल 45 रेलवे स्टेशन हैं जिनके कायाकल्प के लिए कुल 1236.47 करोड़ रुपए खर्च होने हैं…
NEWS ANP के लिए प०बंगाल से अमरदेव की रिपोर्ट..
