
आसनसोल(ASANSOL): पश्चिम बंगाल आसनसोल के डॉलीलॉज इलाके मे स्थित आसनसोल रबिन्द्र नगर उन्नयन समिति ने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दुर्गोत्सव के मौके पर माँ दुर्गा का दर्शन और माँ दुर्गा का पंडाल घूमने आए माँ के भक्तों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिये एक ऐसी पंडाल और माँ दुर्गा की प्रतिमा का निर्माण किया है, जिसकी खूब चर्चा हो रही है, चर्चा हो भी क्यों नही क्योंकि इस वर्ष आसनसोल रबिन्द्र नगर उन्नयन समिति ने राजबाड़ी मे गोपाल भर की थीम पर माँ दुर्गा का पूजा पंडाल बनवाया है, साथ ही पंडाल के अंदर माँ दुर्गा की प्रतिमा को बेबी दुर्गा का रूप दिया है, जिसका नाम उन्होंने क्यूट दुर्गा रखा है, साथ ही पंडाल के अंदर का नजारा राजदरबार की तरह दर्शाया गया है, जिस राजदरबार मे ठीक उसी तरह हाँस्य कलाकार गोपाल भर राजदरबार मे अपने हाँस्य कला को प्रदर्शित कर रहे हैं, जैसे वह 18वीं सदी मे बंगाल नदिया के राजा कृष्णचंद्र राय के सामने करते थे, पर इस राजदरबार मे राजा कृष्णचंद्र राय के जगह माँ दुर्गा अपने पुरे परिवार के साथ विराजमान हैं और वो भी बाल अवस्था मे जिसे देख माँ दुर्गा का दर्शन और पूजा पंडाल देखने आए श्रद्धालु खूब आनंदित हो रहे हैं, खासकर उनके साथ आए बच्चों का खूब मनोरंजन हो रहा है, आसनसोल रबिन्द्र नगर उन्नयन समिति ने सुमन बोस की अगर माने तो अगले वर्ष उन्होंने कर्नाटक का राजभवन बनवाया था, जो पुरे शिल्पाँचल मे खुप परचालित हुआ था, यहाँ तक की बिहार और झारखंड सहित पश्चिम बंगाल के अन्य जिलों से भी लोग माँ दुर्गा के पूजा पंडाल को देखने आए थे, इस वर्ष उनका 59 वर्ष हो गया है, 59 वर्ष के मौके पर उनकी पूजा कमिटी ने अपने पूजा पंडाल के द्वारा कुछ ख़ास और कुछ हटकर करने की कोसिस की है, जो और पूजा पंडालों से अलग दिखेगी, इसी लिये उन्होंने अपने पूजा पंडाल की थीम को बंगाल की इतिहास को थोड़ा खंगालने का प्रयास किया है, जिस प्रयास मे उन्होंने बंगाल के विख्यात हाँश्य कलाकार गोपाल भर की जीवनी का परिचय देकर उनके बारे मे बंगाल ही नही बल्कि देश की पूरी जनता को जानने का एक छोटा सा कोशिस किया है, इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा की पंडाल के अंदर भी जो दरबार सजाया गया है, वह पूरा दरबार एक हाँश्य दरबार पर आधारित है, जो लोगों को खूब पसंद आ रहा है, साथ ही लोग माँ दुर्गा के इस बाल रूप को देख काफी आनंदित हो रहे हैं.
NEWSANP के लिए अतीक रहमान की रिपोर्ट

