पटना(PATNA):केंद्रीय चयन पर्षद सिपाही भर्ती (विज्ञापन संख्या 1/2023) की परीक्षा में सेटिंग कर नौकरी पाने का 240 अभ्यर्थियों ने प्रयास किया है. लेकिन इनकी सेटिंग पटना हाइस्कूल में आयोजित शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान पकड़ी गयी. इसके बाद इन सभी के खिलाफ में गर्दनीबाग थाने में केंद्रीय चयन पर्षद सिपाही भर्ती की अवर निरीक्षक अमृता प्रियदर्शनी ने पांच मार्च को दर्ज कराया है. इन सभी के खिलाफ में बीएनएस की अलग-अलग धाराओं व बिहार एक्जामिनेशन एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया गया है. साथ ही प्राथमिकी में इन अभ्यर्थियों के अज्ञात साथी को भी आरोपित बनाया गया है.
भागलपुर के सबसे अधिक 90 अभ्यर्थियों पर केस
जिन पर केस दर्ज किया गया है, उनमें सबसे अधिक भागलपुर जिले के 90 अभ्यर्थी हैं. इसके अलावा मुंगेर के 46, गया जिले के 11, लखीसराय के 9 अभ्यर्थी शामिल हैं. इनके अलावा बांका, बेगूसराय, मधुबनी, जमुई, सीवान, मधेपुरा, समस्तीपुर, रोहतास, नालंदा, वैशाली आदि जिलों के हैं. किसी ने परीक्षा पास करने के लिए दो अलग-अलग नामों से आवेदन किया, तो किसी ने स्कॉलर की मदद से परीक्षा पास की थी. कोई दूसरे अभ्यर्थी को शारीरिक दक्षता परीक्षा पास कराने आया था. गर्दनीबाग थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि 240 अभ्यर्थियों और उनको सहयोग करने वाले अज्ञात को आरोपित बनाते हुए केस दर्ज किया गया है. जांच की जा रही है.
बायोमेट्रिक जांच के बाद हुआ खुलासा
सिपाही भर्ती की शारीरिक परीक्षा पिछले कई दिनों से चल रही है. इस दौरान ही 240 अभ्यर्थी संदिग्ध पाये गये. शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों की बायोमेट्रिक जांच की गयी. उनके फोटो का मिलान किया और उंगलियों के निशान को मैच कराया गया. लिखित परीक्षा में दिये गये अंगुलियों के निशान नहीं मिले, तो किसी का फोटो मैच नहीं किया. कई अभ्यर्थियों के संबंध में यह भी बात सामने आयी कि उन्होंने दो अलग-अलग नामों से सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन किया था और दो अलग-अलग दिनों हुए लिखित परीक्षा में भी बैठ कर सफल हुए हैं. जिसके कारण स्पष्ट हो गया कि इन लोगों ने सेटिंग कर सिपाही भर्ती की परीक्षा पास करने की कोशिश की और नौकरी लेने का प्रयास किया.
सिपाही भर्ती में लाखों रुपये लेकर सेटरों ने की सेटिंग
इतनी बड़ी संख्या में गलत तरीके से परीक्षा पास करने की कोशिश सामने आने के बाद स्पष्ट हो गया है कि परीक्षा माफियाओं ने लाखों रुपये लेकर सेटिंग की थी. लेकिन गहनता से जांच के बाद उनकी सेटिंग पकड़ी गयी. हर साल आयोजित होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा में कई अभ्यर्थी पकड़े जाते हैं, जो सेटिंग के माध्यम से नौकरी पाने का प्रयास करते हैं. इसमें सेटर, स्कॉलर से लेकर गिरोह से जुड़े लोग लाखों की कमाई करते हैं. सूत्रों का कहना है कि सिपाही भर्ती परीक्षा में पास कराने का ठेका 10 से 15 लाख रुपये में लिया जाता है. लिखित परीक्षा में बैठने वाले स्कॉलरों को करीब दो लाख रुपये दिये जाते हैं. इधर, गर्दनीबाग थाने में केस दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है.
भागलपुर से अधिक मामले आ रहे
भागलपुर से इन दिनों परीक्षाओं में सेटिंग के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. सिपाही भर्ती परीक्षा में सबसे अधिक भागलपुर के ही अभ्यर्थियों का नाम सेटिंग में सामने आया है. 67वीं बीपीएससी प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच में भी यह बात सामने आयी थी कि भागलपुर में ही सेटिंग की गयी थी.
NEWSANP के लिए पटना से ब्यूरो रिपोर्ट