अगर शादी (Marriage Rituals) के दिन विदा होती दुल्हन को रोना नहीं आता है तो दुल्हन की मां मार-मार कर उसे रूला कर विदा करती है, इस चलते यहां एक महीना पहले से ही दुल्हन रोने की प्रैक्टिस करती है। यह अनोखी प्रथा चीन के दक्षिणी प्रांत की एक जनजाति में पाई जाती है। इस जनजाति में शादी से एक महीना पहले ही दुल्हन रोने की प्रैक्टिस करने लगती है, अगर किसी कारण से दुल्हन नहीं रोती है तो वह उस पीढ़ी के लिये अशुभ माना जाता है। दुल्हन के साथ-साथ उसकी मां भी रोने का प्रैक्टिस करती है..
यहां रोने की प्रैक्टिस करती हैं दुल्हन, शादी के रोज नहीं रोने पर मां…
चीन में चलती है यह अनोखी परंपरा (Marriage Rituals)मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक महीना पहले से दुल्हन हर रोज आधे घंटे रोने का प्रैक्टिस करती है, वहीं 10 रोज बाद उसकी मां भी रोने के लिये इस प्रैक्टिस में शामिल हो जाती है..
वहीं, उसके 10 दिन के बाद दादी-नानी, मौसी सभी इस प्रैक्टिस में शामिल हो जाते हैं। रोने के दरम्यान एक खास संगीत बजता है। ऑडिटी सेंट्रल वेबसाइट की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये परंपरा 17वीं शताब्दी तक चरम पर थी। 1911 में क्विंग साम्राज्य तक इसका पालन किया जाता था..
हालांकि समय के साथ ये प्रथा खत्म होती जा रही है। जानकारों का कहना है कि ये परंपरा 475BC से 221BC के बीच शुरू हुई थी। जब ज़ाओ स्टेट की राजकुमारी की शादी यैन राज्य में हुई थी। तब जाने के वक्त उनकी मां फूटफूटकर रोई थी और बेटी को जल्दी घर लौटने के लिये कहा था। इसी को शादियों में रोने का सबसे पहला मौका माना जाता है..
NEWSANP लिए ब्यूरो रिपोर्ट