बिहार(BIHAR): बिहार के लोग अपनी नई सरकार को चुनने के लिए तैयार बैठे हैं. गुरुवार को पहले चरण की वोटिंग के लिए आम जनता, नेताओं के साथ ही पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि बिहार के पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने बुधवार को आदेश जारी किया कि चुनाव के दौरान किसी तरह की हिंसा, उपद्रव या कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर तत्काल प्रिवेंटिव डिटेंशन के तहत गिरफ्तारी होगी.
चुनाव खत्म होने के बाद ही रिहा होंगे उपद्रवी
डीजीपी ने अपने आदेश में साफ तौर पर कहा कि ऐसे लोगों चुनाव खत्म होते ही बांड पर रिहा किया जाएगा, लेकिन उनके खिलाफ सख्त बांड भरने की बाध्यता भी तय की जाएगी. इससे पहले मीडिया से बात करते हुए डीजीपी ने बताया था कि चुनाव के दौरान हालात पर नजर बनाए रखने के लिए एक बड़ा कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां से राज्यभर की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. किसी भी अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हमारी टीम 24 घंटे एक्टिव है.
पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती
डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से पूरा कराने के लिए बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है. उनके अनुसार, पहले चरण के लिए कुल 1500 अर्धसैनिक बल तीन चरणों में उपलब्ध कराए गए. पिछले 5 से 6 दिनों में अतिरिक्त 150 अर्धसैनिक बलों ने भी सहयोग दिया है. इन बलों को उन जिलों में तैनात किया गया है, जहां दूसरे चरण का चुनाव होगा ताकि सुरक्षा व्यवस्था में किसी प्रकार की कमी न रह जाए. सभी जिलों में सख्त चेकिंग जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि डायल 112 पूरी तरह फंक्शनल रहेगा और सभी पदाधिकारियों के नंबर सक्रिय रखे गए हैं ताकि किसी भी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई हो सके.
कट्टा लहराने वालों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा : DGP
डीजीपी ने चेतावनी देते हुए कहा कि गुरुवार को मतदान के दौरान राज्य के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर रहेगी. कट्टा लहराने वालों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा. सोशल मीडिया पर जो लोग गाली-गलौज या भड़काऊ पोस्ट कर रहे हैं, उन्हें चिन्हित कर लिया गया है. जल्द ही उन्हें कानून के दायरे में लाया जाएगा.
NEWSANP के लिए ब्यूरो रिपोर्ट

