
आसनसोल(ASANSOL): विश्व पर्यावरण दिवस की थीम – “विश्व स्तर पर प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना” की भावना के साथ भारतीय रेलवे अपने नेटवर्क में 22 मई से 5 जून, 2025 तक पखवाड़ाव्यापी जागरूकता अभियान मना रहा है। पारिस्थितिकी तंत्र, सार्वजनिक स्वास्थ्य और भावी पीढ़ियों के लिए प्लास्टिक के बढ़ते खतरे को भांपते हुए, यह वैश्विक अभियान हमारे दैनिक जीवन में प्लास्टिक के उपयोग पर पुनर्विचार करने, उसे अस्वीकार करने और कम करने के लिए एक चेतावनी के रूप में कार्य करता है।
इस राष्ट्रव्यापी पहल के हिस्से के रूप में, पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल ने पर्यावरण के अनुकूल कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शुरू की है, जिसमें न केवल अपने कर्मचारियों को शामिल किया गया है, बल्कि यात्रियों और व्यापक तौर पर आम जनता को भी सक्रिय रूप से शामिल किया गया है। आसनसोल स्टेशन पर 30 मई को रेलवे अधिकारियों, कर्मचारियों और आम यात्रियों की मौजूदगी में एक यात्री जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें प्लास्टिक प्रदूषण के खतरों पर प्रकाश डाला गया और सूचनात्मक संवाद के माध्यम से व्यवहार परिवर्तन को प्रोत्साहित किया गया।
इसी दिन अंडाल डीजल शेड के कर्मचारियों ने श्रमदान के एक उत्साही दौर में भाग लिया, जिसमें उन्होंने अपने कार्यस्थल की साफ-सफाई करते हुए उसे सुधारने का काम किया। इस स्वैच्छिक प्रयास ने शेड क्षेत्र को एक स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण में बदल दिया।
31 मई को दुर्गापुर स्टेशन पर एक और यात्री जागरूकता कार्यक्रम के साथ हरित अभियान जारी रहा, जहाँ रेलवे कर्मचारी और यात्री प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के सरल व प्रभावी तरीकों पर चर्चा करने के लिए एक साथ आए। इस बीच, बराकर स्टेशन के पास रेलवे कॉलोनियों में पार्कों और उद्यानों के रखरखाव पर विशेष ध्यान दिया गया। रेलवे अधिकारियों और निवासियों ने हरियाली को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम किया, यह सुनिश्चित करते हुए कि ये सामुदायिक स्थान जीवंत और स्वस्थ रहें।
अंडाल स्टेशन पर, खाद्य सेवा और उपभोग में सतत परंपराओं (सस्टेनेबल प्रेक्टिसेस) के संदेश को घर-घर पहुँचाने के लिए विशेष रूप से खाद्य संचालकों और यात्रियों को लक्षित एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। अभियान ने एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक के व्यावहारिक विकल्पों पर जोर दिया और पर्यावरण के प्रति जागरूक आदतों को बढ़ावा दिया।
आसनसोल मंडल पर्यावरण संरक्षण के संदेश को सीधे स्टेशनों, शेडों और कॉलोनियों तक पहुंचाकर यह सुनिश्चित कर रहा है कि “प्लास्टिक प्रदूषण को वैश्विक स्तर पर समाप्त करने” का आह्वान न केवल सुना जाए, बल्कि उस पर अमल भी किया जाए – न केवल रेलवे द्वारा, बल्कि इसके साथ यात्रा करने वाले सभी लोगों द्वारा भी।
NEWSANP के लिए आसनसोल से सुनील सिंह की रिपोर्ट

