जमशेदपुर(JAMSHEDPUR) : जोहार ट्रस्ट और आदिवासी समाज महासभा पूर्वी सिंहभूम का तीन दिवसीय राष्ट्रीय मागे महोत्सव शुरू जमशेदपुर के गोपाल मैदान में शुरू हुआ.
इस महोत्सव में पूर्व सीएम चंपई सोरेन शामिल हुए ।इस महोत्सव में क्या आम क्या खास सभी के पांव मांदर व नगाड़े की थाप पर थिरके । कलाकारों की कला देख सभी दर्शक भाव-भंगिमा से मंत्रमुग्ध हुए । इस महोत्सव में देशभर के विभिन्न राज्यों से आये आदिवासी समुदाय के लोग अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को साकार करते नजर आये. रंग-बिरंगे पारंपरिक परिधानों में सजे आदिवासी कलाकारों ने मांदर और नगाड़ों की थाप पर नृत्य प्रस्तुत किया। यह नृत्य और संगीत केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं था, बल्कि इसके माध्यम से वे प्रकृति के प्रति प्रेम, आपसी एकता और संस्कृति की अखंडता का संदेश दे रहे थे. हर थाप, हर लय में जल, जंगल, जमीन और आदिवासियत के अस्तित्व को बचाने की गूंज थी. यह आयोजन जोहार ट्रस्ट और आदिवासी हो समाज महासभा पूर्वी सिंहभूम द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय मागे महोत्सव का हिस्सा था, जिसने पूरे क्षेत्र को उत्सव के रंग में रंग दिया. नृत्य के दौरान कलाकारों की मुद्राएं और भाव-भंगिमाएं इतनी आकर्षक थीं कि दर्शक भी मंत्रमुग्ध होकर ताल मिलाने लगे । इसमें देशभर से आयीं सर्वश्रेष्ठ नृत्य मंडलियां अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगी। विजेता मंडली को 81 हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया जायेगा। इसके साथ ही स्कूल और कॉलेज के 2000 से अधिक छात्र-छात्राएं मेगा आर्ट फेस्ट में अपनी कला का जादू बिखेरेंगे।इस रंगारंग प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभागियों को एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया जायेगा ।यह आयोजन न सिर्फ कला और संस्कृति को बढ़ावा देगा, बल्कि युवाओं को अपनी प्रतिभा निखारने और अपनी जड़ों से जुड़ने का भी अवसर देगा।
NEWSANP के लिए जमशेदपुर से ब्यूरो रिपोर्ट