बिहार(BIHAR): बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में 6 नवंबर को 121 सीटों पर मतदान होगा. इन सभी विधानसभा क्षेत्रों में भले ही एनडीए और महागठबंधन आमने-सामने हैं, पर जमीनी हकीकत इससे इतर है. सामाजिक विश्लेषक मानते हैं कि बिहार में पार्टी नहीं, बल्कि जाति से जाति टकरा रही है. पहले चरण की 121 सीटों में से 26 सीटें ऐसी हैं, जहां सवर्ण उम्मीदवारों को पिछड़े-अति पिछड़े उम्मीदवार कांटे की टक्कर दे रहे हैं. इसके अलावा कहीं जदयू के कुर्मी जाति के उम्मीदवार राजद के यादव जाति के उम्मीदवार से टकरा रहे, तो कहीं पर यादव जाति के उम्मीदवार अति पिछड़े उम्मीदवार से टकरा रहे हैं.
33 सीटों पर जदयू और राजद में आमने-सामने की टक्कर
करीब 33 सीटें ऐसी हैं, जहां जदयू और राजद में आमने-सामने की लड़ाई है. तीन सीटें ऐसी हैं, जहां जदयू के कुर्मी उम्मीदवार की लड़ाई राजद के यादव उम्मीदवार से है. चार सीटों पर जदयू के कुशवाहा उम्मीदवार की लड़ाई राजद के यादव उम्मीदवार से हो रही है. जदयू के अति पिछड़े उम्मीदवारों की छह सीटों पर राजद के यादव उम्मीदवारों से सीधी टक्कर है.
जदयू और राजद के यादव उम्मीदवारों में भी है टक्कर
इसी प्रकार जदयू और राजद के यादव प्रत्याशियों के बीच दो जगह पर आमने-सामने का संघर्ष है. इनमें पहली सीट समस्तीपुर जिले की हसनपुर है, जहां जदयू के राजकुमार राय और राजद की माला पुष्पम दोनों ही यादव हैं और एक दूसरे को कड़ी चुनौती दे रहे हैं. वहीं, दूसरी सारण जिले की परसा सीट है, जहां जदयू के छोटे लाल राय और राजद की डॉ करिश्मा राय के बीच कांटे की टक्कर है.
बेगूसराय और पटना में टकरा रहे भूमिहार उम्मीदवार
पहले चरण में बेगूसराय जिले की मटिहानी और पटना जिले की मोकामा सीट पर भूमिहार बिरादरी के उम्मीदवार ही आपस में टकरा रहे हैं. मटिहानी में जदयू ने जहां राजकुमार सिंह को उतारा है, वहीं राजद ने नरेंद्र सिंह उर्फ बोगो सिंह को प्रत्याशी बनाया है.
मोकामा में भी एक ही जाति के हैं 2 उम्मीदवार
इसी प्रकार मोकामा में राजद ने पूर्व सांसद सूरजभान की पत्नी वीणा देवी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि उनके मुकाबले जदयू ने अनंत सिंह को उतारा है. मधेपुरा के बिहारीगंज में जदयू के कोइरी उम्मीदवार निरंजन मेहता अपनी ही जाति की राजद की रेणु कुमारी को टक्कर दे रहे हैं. वहीं, चेरिया बरियारपुर में जदयू और राजद दोनों दलों के उम्मीदवार कुशवाहा जाति से आते हैं. दोनों में कड़ा मुकाबला है.
18 सीटों पर सवर्ण बनाम सवर्ण टकराव
पहले चरण में 18 सीटें ऐसी हैं, जहां सत्ता के दो प्रबल दावेदार एनडीए और महागठबंधन ने सवर्ण उम्मीदवारों पर दांव लगाया है. इनमें आठ सीटों पर दोनों गठबंधनों के उम्मीदवार भूमिहार जाति से हैं. चार सीटों पर ब्राह्मण बनाम ब्राह्मण लड़ाई है. इनमें दरभंगा की अलीनगर सीट भी शमिल है, जहां भाजपा ने मैथिली ठाकुर को प्रत्याशी बनाया है. वहीं इनके मुकाबले में राजद ने विनोद मिश्रा को दूसरी बार उतारा है.
तरैया और बनियापुर में टकरा रहे राजपूत प्रत्याशी
दो सीटें तरैया और बनियापुर में दोनों गठबंधनों के उम्मीदवार राजपूत जाति से हैं. जाले में भाजपा के भूमिहार उम्मीदवार जीवेश मिश्रा की लड़ाई कांग्रेस के ब्राह्मण उम्मीदवार ऋषि मिश्रा से है. बक्सर में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही ब्राह्मण उम्मीदवारों को उतारा है. सारण के तरैया और बनियापुर में राजपूत समाज से आने वाले उम्मीदवार एक दूसरे से टकरा रहे हैं. बेनीपुर सीट पर जदयू के विनय चौधरी का मुकाबला कांग्रेस के मिथिलेश चौधरी से है. दोनों ही ब्राह्मण हैं.
10 सीटों पर जदयू के सामने कांग्रेस के उम्मीदवार
121 में 10 सीटें ऐसी हैं, जिन पर जदयू का सामना कांग्रेस उम्मीदवारों से हो रहा है. इनमें नालंदा सीट जहां कुर्मी जाति से आने वाले मंत्री श्रवण कुमार मैदान में हैं. उनके सामने कांग्रेस ने कौशलेंद्र कुमार उर्फ छोटे मुखिया को मैदान में उतारा है. वह भी कुर्मी जाति से ही आते हैं. खगड़िया सीट पर जदयू के गंगोता उम्मीदवार बबलू मंडल कांग्रेस के चंदन यादव को टक्कर दे रहे हैं.
23 सीटों पर भाजपा और राजद के बीच लड़ाई
पहले चरण की 23 सीटों पर भाजपा और राजद की सीधी लड़ाई है. इनमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और मंत्री मंगल पांडेय, नितिन नवीन, कृष्ण कुमार मंटू, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव की सीटें भी शामिल है. पार्टी के 13 सवर्ण उम्मीदवारों का मुकाबला राजद के उम्मीदवारों से हैं. मंगल पांडेय को पूर्व स्पीकर और यादव जाति से आने वाले अवध बिहारी चौधरी टक्कर दे रहे हैं, जबकि उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को राजद के वैश्य जाति से आने वाले अरुण कुमार टक्कर दे रहे हैं. महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरा तेजस्वी यादव को उनकी ही बिरादरी से आने वाले भाजपा के सतीश कुमार राय कड़ी टक्कर दे रहे हैं.
NEWSANP के लिए बिहार से ब्यूरो रिपोर्ट

