देवघर(DEOGHAR): राजकीय श्रावणी मेला की सफलता के बाद अब भादो मेला को भी सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय हो गया है. शुक्रवार को डीसी नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में पुरोहित समाज के साथ समाहरणालय सभागार में बैठक का आयोजन किया गया. इसमें श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और जलार्पण की सुगमता को लेकर कई अहम निर्णय लिये गये. इसके अंतर्गत शनिवार को पूर्णिमा तिथि पर दोपहर बाद पूर्व की तरह अरघा को हटाकर भक्तों को स्पर्श पूजा कराने की व्यवस्था को लागू करने तथा बैठक में सर्वसम्मति से भादो मेला के दौरान बाबा बैद्यनाथ मंदिर के गर्भगृह में रुद्राभिषेक पूजन पर रोक लगाने का निर्णय लिया. बैठक में डीसी ने पंडा समाज के प्रतिनिधियों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि श्रावणी मेले के दौरान जैसा सभी का सहयोग मिला, उसी प्रकार भादो मेले को भी एक आदर्श मेला के रूप में आयोजित करने का प्रयास होगा. उन्होंने कहा कि सभी सुझावों पर यथासंभव अमल किया जाएगा और जो भी व्यवस्था जरूरी होगी, उसे समय रहते पूरा किया जायेगा. इस दौरान मंदिर की मरम्मत तथा अन्य कई मुद्दों पर चर्चा की गयी. साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि अधिक भीड़ के दौरान मंदिर में देर रात तक जलार्पण नहीं हो. इस पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया की शाम छह बजे से कतार में इंट्री पर रोक लगा दी जायेगी, ताकि तय समय पर पट बंद कर बाबा की शृंगार पूजा संपन्न करायी जा सके. बैठक में मुख्य रूप से डीडीसी पीयूष सिन्हा, एसी हीरा कुमार, एसडीएम सह बाबा मंदिर प्रभारी रवि कुमार, जिला नजारत उपसमाहर्ता शैलेश कुमार, सहायक मंदिर प्रभारी संतोष कुमार, सरदार पंडा श्रीश्री गुलाब नंद ओझा, पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष डॉ सुरेश भारद्वाज, महामंत्री निर्मल कुमार झा, दुर्लभ मिश्र, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी, डीएमएएफटी की टीम समेत अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे. हाइलाइट्स भादो मेले को लेकर डीसी ने पंडा समाज के लोगों के साथ की बैठक श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लिये गये कई निर्णय
NEWSANP के लिए देवघर से ब्यूरो रिपोर्ट

