
पानागढ़(WEST BENGAL): पश्चिम बंगाल आसनसोल रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले पानागड़ रेलवे स्टेशन अमृत भारत रेलवे स्टेशन की लिस्ट मे शामिल हो चूका है जिसके तहत स्टेशन का कायाकल्प भी हो चूका है, यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने के लिये रेलवे द्वारा कई तरह के महत्वपूर्ण कदम भी उठाए गए हैं, पानागढ़ रेलवे स्टेशन के दक्षिण दिशा आई डब्ल्यू विभाग और आरपीएफ बैरक के समक्ष रेल कॉलोनी से रेलवे स्टेशन आने वाली मुख्य सड़क की जर्जर अवस्था को लेकर रेलवे स्टेशन आने जाने वाले यात्रियों समेत स्वयं रेल कॉलोनी में रहने वाली रेल कर्मचारियों के परिवार आदि में घोर नाराजगी देखी जा रही है. रेल यात्री जितेंद्र कुमार कोईरी का आरोप है कि रेलवे स्टेशन आने वाले इस मुख्य सड़क मानो सड़क न रहकर तालाब का रूप धारण कर लिया है. समूचे सड़क पर असंख्य खड्डों के कारण उसमें बरसात का पानी भर जाने से यह सड़क तालाब का रूप धारण कर चुकी है. यात्रियों के साथ ही आम लोगों और रेलवे कॉलोनी में रहने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस सड़क के खराब होने का मुख्य कारण प्रतिदिन रात दिन सैकड़ों की तादाद में इस रेलवे सड़क से होकर गुजरने वाली हैवी वाहनों के कारण ही यह दशा हुई है. स्थानीय रेलवे कर्मचारियों का नाम नहीं छापने की शर्त पर कहना है कि सड़क की इस अवस्था का मुख्य कारण एक ही है वह है रात दिन सैकड़ों की तादाद में हैवी वाहन. इन वाहनों के कारण ही सड़क की बरसात के पूर्व ही जर्जर अवस्था हो गई है. एक ओर जहां पानागढ़ रेलवे स्टेशन को अमृत भारत रेलवे स्टेशनों में शुमार किया गया हो वही स्टेशन आने वाली सड़क की यह हालत इसके अमृत भारत स्टेशन होने पर धब्बा लगा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वयं आसनसोल डीआरएम कभी औचक निरीक्षण में आकर देखे की इस सड़क पर जितनी वाहने चलती है शायद उतना वाहन तो अब पानागढ़ शहर के बीच मौजूद जी टी रोड से भी नहीं चलती है. रेलवे कॉलोनी सड़क की क्षमता से ज्यादा हैवी वाहनों का आवागमन जारी है. आई डब्ल्यू के एक अधिकारी का कहना है कि हम लोग कई बार इन वाहनों के गुजरने के खिलाफ उच्च अधिकारियों को शिकायत की .लेकिन इस दिशा में कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सड़क अब भगवान भरोसे ही है. आम लोगों और ट्रेन पकड़ने आने वाले यात्रियों की कठिनाई से किसी को क्या फर्क पड़ता है.
NEWSANP के लिए आसनसोल से अतीक रहमान की रिपोर्ट

