कोलकाता(KOLKATA): सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान पूर्णम साहू की पत्नी ने रविवार को कहा कि वह सेना के वरिष्ठ अधिकारियों से अपने पति को पाकिस्तान से वापस लाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानने के लिए पंजाब के फिरोजपुर जाने की योजना बना रही हैं।
साहू के अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने के बाद पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया था।
बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, यह घटना उस वक्त हुई, जब साहू सीमा के पास किसानों के एक समूह की रक्षा के लिए उनके साथ थे। उन्होंने बताया कि साहू एक पेड़ के नीचे आराम करने के लिए चले गए और अनजाने में पाकिस्तानी क्षेत्र में प्रवेश कर गए, जिसके बाद उन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने तुरंत हिरासत में ले लिया।
साहू पंजाब में फिरोजपुर सीमा पर बीएसएफ की 182वीं बटालियन में तैनात थे।
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार रात बताया कि साहू की रिहाई पर चर्चा के लिए भारतीय और पाकिस्तानी सीमा बलों ने फ्लैग मीटिंग की, लेकिन उनके परिवार को कोई और जानकारी नहीं दी गई।
साहू की गर्भवती पत्नी रजनी ने बताया कि वह रविवार शाम अमृतसर मेल से फिरोजपुर जाने की योजना बना रही हैं।
रजनी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “मैं यह खबर सुनने के बाद से बहुत तनाव में हूं। आज पांचवां दिन है और उनके लौटने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। मुझे फिरोजपुर जाने के लिए अभी तक रेल टिकट नहीं मिला है। अगर मुझे टिकट मिल गया, तो मैं आज ही फिरोजपुर रवाना हो जाऊंगी या फिर कल या परसों फिर कोशिश करूंगी।”
रजनी ने कहा कि यदि उनके प्रश्नों का उत्तर नहीं मिला, तो वह सरकारी अधिकारियों से बात करने के लिए फिरोजपुर से दिल्ली जाएंगी।
यात्रा के दौरान परिवार के तीन सदस्य भी उनके साथ जा सकते हैं।
पश्चिम बंगाल के हुगली निवासी साहू के माता-पिता ने कहा कि वे केंद्र सरकार से अपने बेटे की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की अपील करेंगे।
साहू की मां ने कहा, “मैं आपको बता नहीं सकती कि मैं कितनी परेशान हूं। मैं बीएसएफ अधिकारियों से अपने बेटे को वापस लाने की गुहार लगा रही हूं।”
NEWSANP के लिए कोलकाता से ब्यूरो रिपोर्ट

