धनबाद(DHANBAD):धनबाद विधायक राज सिन्हा ने आज झारखंड विधानसभा के शून्यकाल के तहत धनबाद सदर अस्पताल में महिला मरीजों एवं बच्चों को हो रही कठिनाइयों के संबंध में मामला उठाया.
विधायक सिन्हा ने सदन को बताया कि धनबाद जिला मुख्यालय अंतर्गत सदर अस्पताल रेफरल अस्पताल बन गया है .विगत फरवरी माह में 400 मरीजों को रेफर किया गया जबकि, अस्पताल में संसाधन
महिला चिकित्सक ,नर्स होते हुए भी प्रसूति महिलाओं को अन्य अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है .जिससे स्थानीय व गरीब महिलाओं को काफी कठिनाइयाँ होती हैं. सिन्हा ने सरकार से धनबाद सदर अस्पताल से मरीजों को अन्य अस्पतालों में रेफर किए जाने की उच्च स्तरीय जांच करते हुए सदर अस्पताल में महिलाओं और बच्चों की चिकित्सा व्यवस्था अविलंब दुरुस्त कराए जाने की मांग की.ताकि धनबाद के आम गरीब जनता का उचित और सही इलाज हो सके.
धनबाद विधायक राज सिंह ने विधानसभा में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से प्रश्न किया कि यह बतलाया जाए की राज गठन के बाद प्राथमिक मध्य और माध्यमिक विद्यालयों के संसाधन युक्त होने के बावजूद 8353 स्कूल वैसे हैं जहां सिर्फ एक- एक शिक्षक के भरोसे ही विद्यालय संचालित है जबकि 4.10 लाख बच्चे नामांकित हैं.
विधायक राज सिन्हा ने प्रश्न किया कि क्या यह बात सही है कि राज्य के 199 विद्यालय वैसे हैं जहां एक भी विद्यार्थी नामांकित नहीं है परंतु 398 शिक्षक कार्यरत हैं.
सिन्हा ने कहा कि यदि उनके उत्तर स्वीकारात्मक है तो क्या सरकार वर्णित विद्यालयों में छात्राओं के अनुपात में शिक्षकों का पदस्थापन वैसे विद्यालय जहां एक भी विद्यार्थी नामांकित नहीं है वैसे शिक्षकों का अन्यत्र का विचार रखती है? हां तो कब तक?
धनबाद विधायक राज सिन्हा ने अल्प सूचित प्रश्न के अंतर्गत प्रश्न किया कि, क्या यह बात सही है कि एन.सी.टी.ई (नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन) की गाइडलाइन के अनुसार प्रत्येक वर्ष राज्य में शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया जाता है, लेकिन राज्य गठन के बाद राज्य में वर्ष 2013 और 2016 में सिर्फ दो बार ही शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित की गई. सिन्हा ने राज्य सहित धनबाद के लाखों प्रशिक्षण प्राप्त अवसर की तलाश में इंतजार कर रहे युवक युवतियों के मामले से संबंधित प्रश्न किया कि, क्या यह बात सही है कि झारखंड राज्य में 8 वर्षों से अधिक समय व्यतीत होने के बावजूद झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन नहीं हो पाई है.जबकि नियमावली बनकर तैयार है झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा जल्द से जल्द कराए जाने की मांग की.
विधायक राज सिन्हा ने धनबाद में उद्योग के संबंध में प्रश्न किया कि, क्या यह बात सही है कि धनबाद जिला औद्योगिक एवं खनिज पदार्थ उत्खनन वाली क्षेत्र है ,जहां प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोगों की आजीविका निर्भर है.परंतु पिछले एक वर्ष से मध्यम उद्योग में बढ़ोतरी हुई है, परंतु 34000 सूक्ष्म और लघु उद्योग में रोजगार में अप्रत्याशित कमी आई है ,जबकि प्रोक्योरमेंट पॉलिसी के तहत सरकार द्वारा छोटे उद्योग से 25% माल खरीदने का प्रावधान है.
NEWSANP के लिए धनबाद से कुंवर अभिषेक सिंह की रिपोर्ट