देवघर(DEVGHAR) : फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि के अवसर पर बाबा मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा है. शुक्रवार गठबंधन कराने आये भक्तों की संख्या अधिक रही. मालूम हो कि गुरुवार को बाबा व माता पार्वती का दशहरा मनाने के लिए चली आ रही परंपरा के अनुसार दोनों मंदिरों के बीच बंधे गठबंधन को खोल दिया गया था. पुन: गठबंधन चढ़ाने की शुरुआत शुक्रवार सुबह मंदिर के पट को खुलने के बाद से हुई है.
परंपरा के अनुसार बाबा व मां पार्वती के विवाह के दशहरा पर बाबा मंदिर के शिखर से गठबंधन व मोर मुकुट उतारने की परंपरा रही है. इससे पहले गुरुवार को बाबा वैद्यनाथ मंदिर के शिखर से शिवरात्रि पर चढ़े मोउर को भंडारी परिवार के द्वारा उतार कर परंपरा के अनुसार मानसरोवर में प्रवाहित किया गया. भक्तों में गठबंधन को लेकर विशेष मान्यता है. नवविवाहित जोड़े वैवाहिक जीवन की सलामती के लिए व महिलाएं अपने सुहाग की मंगलकामना और सभी भक्त मनाेकामना पूर्ण होने के लिए गठबंधन चढ़ाते है. बाबा व मां पार्वती को गठबंधन चढ़ाने का विशेष महत्व है. इधर शुक्रवार को सुबह मंदिर का पट खुलने के बाद बढ़ी संख्या में भक्तों को बाबा का पूजा करते देखा गया.
वहीं फाल्गुन मास होने के कारण लोग बाबा को पूजा के दौरान गुलाल अर्पित कर मंगल कामना करते दिख रहे हैं. पट खुलने के पूर्व ही बाबा पर जलार्पण करने आये भक्तों की कतार ओवरब्रिज से बाहर निकल गयी थी. हालांकि सुबह आठ बजे तक भीड़ कंट्रोल हुई, लेकिन कूपन काउंटर खुलते ही एक बार फिर से कतार लंबी हो गयी. पट बंद होने तक करीब 30 हजार भक्तों ने बाबा व माता सहित अन्य मंदिरों में पूजा अर्चना की है. इसमें 2421 श्रद्धालुओं ने कूपन लेकर प्रशासनिक भवन के रास्ते जलार्पण किया है. ॰नवविवाहित जोड़े वैवाहिक जीवन की सलामती के लिए कराते हैं गठबंधन ॰महिलाएं अपने सुहाग की मंगलकामना के लिए चढ़ाती हैं गठबंधन.
NEWSANP के लिए देवघर से ब्यूरो रिपोर्ट