अतुल सुभाष के सुसाइड ने पूरे देश में तहलका मचा दिया। यह घटना कई परिवारों के लिये एक बड़ा सबक है, कैसे छोटी-छोटी मामूली बातें बतंगड़ बन जाती और बात इतनी बिगड़ जाती कि एक दूसरे से जुदा हो जाते। अब तो टेंशन और पारिवारिक कलह में लोग दुनिया भी छोड़ चले जाने लगे हैं। किसी की मौत की वजह ”जीवन साथी” हो जाये तो जमाना उसे बेहद कोसने लगता है। शायद यहीं वजह है कि अतुल सुभाष के ससुराल वाले रातों-रात घर छोड़कर जौनपुर से फरार हो गये। पुलिस के पहुंचने से पहले ही उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया उसकी मां निशा सिंघानिया, भाई अनुराग सिंघानिया और ससुराल के अन्य लोग भाग गये। उनका घर जौनपुर के कोतवाली से महज 100 कदम की दूरी पर खोवामंडी में है। बेंगलुरू पुलिस की टीम जौनपुर पहुंच चुकी है।
अतुल ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि उनकी मौत के बाद पत्नी और ससुराल वाले उनके शव के पास न आयें। जब तक गुनहगारों को सजा नहीं मिलती, उनकी अस्थियों का विसर्जन न करें। यहां याद दिला दें कि बीते 9 नवम्बर को अतुल सुभाष ने बेंगलुरु स्थित अपने घर में पंखे में लटककर खुदकुशी कर ली। उनकी टी-शर्ट पर लिखा था “Justice Is Due।” उसकी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साला अनुराग सिंघानिया और सुशील सिंघानिया के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है। यह केस अतुल के भाई विकास कुमार के बयान पर मराठाहल्ली थाने में दर्ज किया गया है।शादी के 6 साल में 9 केस दर्जअतुल और निकिता की शादी 2019 में हुई थी। उनके एक बेटा भी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, साल 2021 में निकिता ने अतुल पर दहेज उत्पीड़न, अप्राकृतिक यौनाचार और पिता की हत्या सहित 9 केस दर्ज कराये। अतुल का इल्जाम है कि इन केसों को सेटल करने के लिये उनसे 3 करोड़ रुपये की डिमांड की गई थी। कोर्ट में भी उसकी पुकार नहीं सुनी गई। इधर, अतुल की सास निशा सिंघानिया ने मीडिया से कहा था कि उसकी बेटी कभी किसी को आत्महत्या के लिये उकसा नहीं सकती। अतुल ने अपने तनाव का गुस्सा हम पर निकाला है। मैं अदालत में सारे सबूत पेश करूंगी।” बाद में उसने मीडिया से कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। फरार नीकिता सामने नहीं आ रही है। उसके कई किस्से अभी दफन हैं, धीरे-धीरे सारी बातें सामने आयेंगी
NEWS ANP से ब्यूरो रिपोर्ट