जामताड़ा(JAMTADA):जोगीरा सारा रा रा! शुक्रवार को जामताड़ा में होली का जश्न मनाया गया, जब हर उम्र के लोग रंगों के त्योहार को मनाने के लिए सड़कों पर उतरे। पूरा शहर और आसपास के गांव लाल, पीले, हरे और कई रंगों से सराबोर थे। लोगों की ऊर्जा और उत्साह बेजोड़ था, जिससे यह नजारा यादगार बन गया!
सड़कों पर जश्न: रंगों और मस्ती का दंगल

जामताड़ा की सड़कों पर होली का जश्न उत्साह और उल्लास से भरा था। युवाओं के समूह टोलियां बनाकर बेखौफ होली खेलते थे, जिसमें मशहूर “कपड़ा फार होली” का आनंद लिया – जिसमें जश्न के मूड में कपड़े फाड़े जाते हैं। रंग-बिरंगे पानी की बाल्टियाँ हवा में उड़ती थीं और लोग एक-दूसरे को खुशी से सराबोर कर रहे थे।
हर जगह पारंपरिक होली के गीत गूंज रहे थे और समूह खुशी से नाच रहे थे और गा रहे थे। दोस्त और अजनबी भी एक-दूसरे के चेहरे पर गुलाल और अबीर लगाने से नहीं हिचकिचा रहे थे। हर तरफ हंसी-खुशी का माहौल था, जिससे सड़कों पर एक बड़ी पार्टी जैसा माहौल था।
लोकगीत “जोगीरा सारा रा रा” बार-बार बज रहा था, जिससे पहले से ही जीवंत माहौल में और भी ऊर्जा आ गई।

गांवों में पारंपरिक होली: एक शांत और सांस्कृतिक उत्सव
जहां जामताड़ा की सड़कें उत्साह से गुलजार थीं, वहीं गांवों में होली का जश्न और भी शांतिपूर्ण और पारंपरिक तरीके से मनाया गया। महिलाएं और युवतियां समूहों में एकत्र हुईं और सनातनी रीति-रिवाजों के तहत एक-दूसरे के चेहरे पर गुलाल और अबीर लगाया।
गांवों में माहौल शांत और आनंदमय था, जो सड़क पर होने वाले शोरगुल वाले उत्सवों से अलग था। लोकगीतों की महक हवा में गूंज रही थी और परिवार एक साथ मिलकर जश्न मना रहे थे, जिससे होली का सांस्कृतिक सार जीवंत हो उठा।
एसडीएम आवास पर भव्य होली उत्सव
सड़क और गांव के उत्सवों के अलावा, एसडीएम आनंद कुमार के आधिकारिक आवास पर एक भव्य होली समारोह का आयोजन किया गया। इसमें जामताड़ा की प्रमुख हस्तियों का जमावड़ा था, जिसने उत्सव में चार चांद लगा दिए।
कुछ विशिष्ट अतिथि थे:
मोहनलाल वर्मन – अध्यक्ष, बार एसोसिएशन
संजय अग्रवाल – अध्यक्ष, चैंबर ऑफ कॉमर्स
आनंद मिंज – एएजी आईटीडीए निदेशक
राणा प्रताप सिंह – वरिष्ठ पत्रकार
अन्य उल्लेखनीय अतिथियों में सुभाष सिंह, मिथलेश निराला, उदय सिंह, चंदन कुमार सिंह, देवेश, प्रदीप कुमार भैया, त्रिलोचन पांडे, बैजू झा, देवाशीष सिंह, अर्जुन सिंह और कई अन्य शामिल थे।
यह उत्सव लोकप्रिय होली गीतों पर नृत्य प्रदर्शन, स्वादिष्ट भोजन और ताज़ा ठंडे पेय से भरा हुआ था। यह एक ऐसा कार्यक्रम था जहाँ हंसी और दोस्ती खुलकर बही, जिसने होली की सच्ची भावना को दर्शाया।
विविधता में एकता: जामताड़ा की होली की सच्ची भावना
जामताड़ा में होली में सड़क पर उत्सव जैसा रहा और गांव में सुंदर ग्रामीण परंपराओं का एक सुंदर मिश्रण था। हुड़दंगी उल्लास और शांतिपूर्ण रीति-रिवाजों के बीच का अंतर दिखाता है कि कैसे सभी क्षेत्रों के लोग इस खुशी के त्योहार को मनाने के लिए एक साथ आए।
जोगीरा सारा रा रा! जामताड़ा में यह उत्सव किसी रंगारंग उत्सव से कम नहीं था, जो खुशी, मौज-मस्ती और एकजुटता की अविस्मरणीय यादें छोड़ गया।
NEWSANP के लिए जामताड़ा से आर पी सिंह की रिपोर्ट