गिरिडीह(GIRIDIH): जिले के घोडथम्भा में होली के जुलूस रोकने के बाद दो गुटों के बीच हुए पथराव का मामला राजनीतिक रंग ले चुका है. भाजपा इस मामले को लेकर राज्य सरकार के साथ साथ स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठा रही है.
रविवार शाम पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा नेता रघुवर दास घोडथम्भा पहुंचे. यहां उन्होंने कई परिवार के लोगों से मुलाकात की. इसके बाद खोरी महुआ के एसडीएम से भी उन्होंने कई सवाल पूछे. यहां रघुवर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रशासन को निष्पक्ष जांच करते हुए दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए न की 10 लोग इस समुदाय तो दस लोग दूसरे समुदाय से गिरफ्तार कर भेजना चाहिए. यह बैलेंस पॉलिटिक्स है.
रघुवर दास ने कहा कि जब भी झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, राजद की सरकार बनती है तो एक पक्ष के पर्व त्यौहार पर हमला होता है. इससे पहले रांची, लोहरदगा समेत दूसरे जिले में इस तरह की घटना घट चुकी है. उन्होंने कहा कि सड़क किसी की नहीं है. हम अपने पर्व त्यौहार सड़क-घर पर नहीं मनाएंगे तो कहां मनाएंगे, सद्भाव का ठेका सिर्फ एक समाज ने नहीं ले रखा है.
पीएफआई की भूमिका जांच प्रशासन
रघुवर दास ने कहा कि रंग और होली से किसकी दुश्मनी है. यह प्रशासन को देखने की जरूरत है. ये जो पीएफआई है जिसको हमारी सरकार ने प्रतिबंधित किया था. पीएफआई चाहता है समाज में सद्भाव नहीं रहे. समाज का माहौल खराब हो, दंगे फसाद हो तो प्रशासन को इस दिशा में जांच करने की जरूरत है. पूर्व में झारखंड में इस तरह घटना घटित हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि हर समाज में अमन पसंद लोग हैं जो इस घटना की निंदा कर रहे हैं. पुलिस भी निष्पक्ष जांच करें और दोषियों पर कार्रवाई हो ना की निर्दोष को जेल भेजा जाए.
NEWSANP के लिए गिरिडीह से ब्यूरो रिपोर्ट
