कांग्रेस के छल और झूठ के जाल में आज मासूम आदिवासी फंसे हैं..वह दिन जरूर आएगा..जब यही आदिवासी आपको इस संथाल की धरती से उठा फेंकेंगे….

कांग्रेस के छल और झूठ के जाल में आज मासूम आदिवासी फंसे हैं..वह दिन जरूर आएगा..जब यही आदिवासी आपको इस संथाल की धरती से उठा फेंकेंगे….

जामताड़ा(JAMTARA): भाजपा नेत्री स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की सीता ने एक्स पर एक पोस्ट किया है। इस पोस्ट का आधार उन्होंने एक वीडियो क्लिप को बनाया है। जिसमें उनकी तीनों बेटियां दिखाई दे रही है। यह क्लिप मतगणना केंद्र पाथरचपड़ा पाॅलिटेक्निक कालेज जामताड़ा परिसर के बाहर का बताया गया है। जहां इनकी बेटियों के साथ कांग्रेस के समर्थक हुटिंग करते दिखाई दे रहा है। इस पर सीता मुर्मू सोरेन ने अपनी लाडो को जहां शेरनी बताई है। वहीं कांग्रेस को संताल परगना से इन्हीं आदिवासियों के भड़ोसे उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया है।सीता सोरेन ने लिखा है कि जमीन पर जनता के लिए लड़ाई लड़ना आसान नहीं होता। इस चुनाव में, मैंने अपनी पूरी ताकत लगाई, लेकिन परिणाम हमारे पक्ष में नहीं आया..

जब मैंने एक वीडियो देखा जिसमें मेरी बेटियां जयाश्री, राजश्री और विजयश्री सोरेन को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा अपमानित करते हुए देखा, तो मेरा दिल टूट गया।यह वही जमताड़ा है, जहां मेरे पति ने अपना खून-पसीना बहाकर जनता की सेवा की थी।लेकिन आज, उनकी बेटियों को अपमानित होते देख, यह सवाल उठता है कि क्या यही वह सम्मान है जो जनता ने उनके त्याग और संघर्ष को दिया है?उन्होंने हर शब्द और हर अपमान का सामना शेरनियों की तरह किया, उन्होंने सिर ऊंचा करके अपनी मर्यादा बनाए रखी, मुझे गर्व है कि मेरी बेटियां दुर्गा सोरेन जी की तरह मजबूत और निडर हैं। उन्होंने यह दिखा दिया कि यह हार हमारी हिम्मत को कमजोर नहीं कर सकती..

यह हार एक सबक है, एक नई शुरुआत है।यह मत भूलना मैंने इन्हें शेरनियों की तरह पाला है। अकेले रहते हुए एक हाथ से राजनीति की बागडोर संभाली और दूसरे हाथ से अपनी बेटियों की परवरिश की है। बस डर इस बात की है कि सुरक्षा होते हुए इन गीदड़ों में इतनी हिम्मत है तो बेसहारे गरीब महिलाओं बेटियां को क्या नहीं झेलना पड़ता होगा। कांग्रेस जहां भी है वहां महिलाएं असुरक्षित हैं।मासूम आदिवासी आपके छल और झूठ के जाल में फंसे हुए हैं, लेकिन वह दिन जरूर आएगा जब यही आदिवासी आपको इस संथाली धरती से उठा फेंकेंगे..

NEWSANP के लिए जामताड़ा से आर पी सिंह की रिपोर्ट

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