हजारीबाग(HAZARIBAGH): एनटीपीसी कोल माइंस प्रोजेक्ट के डीजीएम कुमार गौरव हत्याकांड में अब तक हजारीबाग पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा है. हालांकि मामले में गठित एसआइटी ने घटना के 24 घंटे के अंदर नौ संदिग्धों को हिरासत में लिया है. सभी से अलग-अलग स्थानों पर पूछताछ की जा रही है. मामले में बोकारो जोन के आइजी एस माइकल राज ने हजारीबाग के डीआइजी संजीव कुमार व एसपी अरविंद कुमार सिंह को अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए ठोस कदम उठाने को कहा है.
आइजी ने अधिकारियों के साथ बैठक की
आइजी ने आठ फरवरी की देर रात पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक की. इधर, अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर एसआइटी की टीम बड़कागांव, केरेडारी, गिद्दी, उरीमारी, भुरकुंडा, पतरातू समेत अन्य इलाकों में छापामारी कर रही है. वहीं जेल से छूटे संगठित अपराधी गिरोह के गुर्गों पर भी पुलिस की नजर है. डीजीएम की चलती स्कार्पियो में जिस तरह से शूटरों ने गोली मारकर हत्या की है. उस बिंदु पर एसआइटी जांच कर रही है. अंदेशा जताया जा रहा है कि शूटर यूपी या बिहार के रहनेवाले हो सकते हैं. मृत डीजीएम कुमार गौरव व उनके स्कार्पियो चालक के मोबाइल फोन को पुलिस ने जब्त कर लिया है. दोनों के मोबाइल की जांच तकनीकी शाखा की टीम कर रही है.
NEWSANP के लिए हजारीबाग से ब्यूरो रिपोर्ट